प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट में जिला परिषद और बीडीसी सदस्यों की निधि में वृद्धि न होने पर यह वर्ग बिफर गया है। जिला पार्षदों ने आंदोलन और सामूहिक इस्तीफे देने की चेतावनी भी दी है। जिला परिषद कांगड़ा की अध्यक्ष मधु गुप्ता, उपाध्यक्ष विशाल चंबियाल सहित अन्य पार्षदों ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने सरकार से मांग की है कि 18 फरवरी तक बजट में जिला पार्षदों और बीडीसी सदस्यों की निधि में सम्मानजनक बढ़ोतरी की जाए, नहीं तो जिला पार्षद और बीडीसी सदस्य सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ देंगे।
उनका कहना है कि यदि फिर भी बात नहीं बनी तो जिला कांगड़ा के सभी जिला पार्षद और बीडीसी सदस्य सामूहिक इस्तीफा दे देंगे। मधु गुप्ता एवं विशाल चंबियाल ने कहा कि जिला परिषद कांगड़ा के सदस्यों ने कई बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इस बारे में पत्र भी लिखे हैं और कई दफा खुद मिलकर भी अपनी मांग रखी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें इस बारे में सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया था, लेकिन बजट में कोई सकारात्मक घोषणा नहीं होने से जिला पार्षदों को मायूसी ही हाथ लगी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस बजट में भी पूरे प्रदेश में जिला पार्षदों व बीडीसी सदस्यों के लिए 45 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। ऐसे में एक पंचायत के विकास कार्यों के लिए जिला पार्षदों के पास करीब 80 हजार रुपए आते हैं। इस राशि से पूरी पंचायत में एक विकास कार्य भी पूरा नहीं किया जा सकता तो अन्य लोगों को क्या जवाब दिया जाए।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार 18 फरवरी तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो पहले भूख हड़ताल शुरू की जाएगी। फिर भी बात नहीं बनी तो कांगड़ा जिला के पार्षदों और बीडीसी सदस्यों की बैठक बुलाकर, सामूहिक इस्तीफा देने पर आम सहमति बनाकर सामूहिक इस्तीफा दिया जाएगा।