जिला ऊना में आरटीओ कार्यालय में रिश्वत मामले के सामने आने और विजिलेंस विभाग द्वारा मामला दर्ज करने के बाद आरटीओ कार्यालय में काम ठप्प हो गया है। जिसके बाद ट्रांसपोर्टरों और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पर जयराम सरकार को गहरी नींद से जाग कर कार्रवाई करनी चाहिए। ये बात शनिवार को नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहीं।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जिला ऊना में अनेक ट्रांसपोर्ट यूनियन है और हजारों की संख्या में लोगों को आरटीओ कार्यालय में काम पड़ता है, लेकिन प्रदेश सरकार की लापरवाही और गहरी निंद्रा के चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आरटीओ कार्यालय में पैसों का लेन-देन का मामला सामने आना अपने आप में चिंताजनक है और प्रदेश की जयराम सरकार की इस पर जवाबदेही बनती है।
उन्होंने कहा कि ऐसा मामला यदि सामने न आता तो यह गोरखधंधा लंबे समय तक चला रहना था और इसी प्रकार से लोगों के साथ लूटपाट होती रहती। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, इस पर कोई समझौता न हो। प्रदेश सरकार को आरटीओ कार्यालय की कार्यप्रणाली को सुचारू बनाने के लिए काम करना चाहिए। आरटीओ कार्यालय में पहले आरटीओ बीमार है और छुट्टी पर है, जो आरटीओ अतिरिक्त कार्यभार से आए, वो अब जमानत पर हैं।
मुकेश ने कहा कि अब आरटीओ कार्यालय में कोई काम करने वाला नहीं है। ऐसे में स्थाई आरटीओ की तैनाती होनी चाहिए, ताकि जिला भर को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने जल्द आरटीओ कार्यालय की कार्यप्रणाली को व्यवस्थित न बनाया तो हमें कड़े कदम उठाने पड़ेंगे।
लोगों को हो रही परेशानी
मुकेश ने कहा कि आम लोगों को परेशानी न हो और ट्रांसपोर्टर को भी परेशानी न हो, इसकी चिंता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे अनेक ट्रक यूनियन ने बताया है कि परमिट और अन्य कार्य न होने से कई गाडिय़ां तो खड़ी करनी पड़ रही है, जिससे आर्थिक नुकसान लोगों को झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नालायकी है कि एक जिला कार्यालय इस प्रकार से अव्यवस्था का शिकार है और कोई कार्यवाही ठीक व्यवस्था करने के लिए नहीं की जा रही है।
परिवहन मंत्री से उठाया मामला
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने इस मामले को प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर के साथ भी उठाया है। उन्होंने दूरभाष पर परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर से बात कर आरटीओ कार्यालय का सूरते हाल बयां किया है। मुकेश अग्निहोत्री ने परिवहन मंत्री से भी आग्रह किया है कि वह स्वयं इस मामले का संज्ञान लेना के आरटीओ कार्यालय की व्यवस्थाओं को ठीक करें।