अन्टार्कटिका पर रिसर्च कर रहे वैज्ञानिकों ने एक बड़ा खुलासा किया है। वैज्ञानिकों ने वीरवार को कहा कि करीब एक खरब टन का आइसबर्ग कई महीनों के पूर्वानुमान के बाद अंटार्कटिका से टूटकर अलग हो गया है। इसका आकार 5,800 वर्ग किलोमीटर है। खुलासे में वैज्ञानिकों ने बताया कि यह हिमखंड भारत की राजधानी दिल्ली के आकार से 4 गुना बड़ा है। गोवा के आकार से डेढ़ गुना बड़ा और अमेरिका के न्यू यॉर्क शहर से 7 गुना बड़ा है। और अब दक्षिणी ध्रुव के आसपास जहाजों के लिये गंभीर खतरा बन सकता है।
अंटार्कटिका से हमेशा हिमशैल अलग होते रहते हैं लेकिन यह क्योंकि खास तौर पर बड़ा है ऐसे में महासागर में जाने के इसके रास्ते पर निगरानी की जरूरत है क्योंकि यह नौवहन यातायात के लिये मुश्किलें पैदा कर सकता है।
हिमखंड के टूटकर अलग होने की जानकारी नासा के एक्वा मोडिस सैटेलाइट से ज्ञात हुई है। माना जा रहा है कि हिमखंड के टूटने की प्रक्रिया एक साल पहले शुरू हो गई थी। 25 से 31 मई के बीच ही इसमें 17 किमी लंबी दरार आ गई थी। 24 और 27 जून के बीच बर्फ तेजी से अलग होने लगी थी और इसकी दरार रोजाना 10 मीटर बढ़ रही थी।