कांगड़ा के सिविल अस्पताल में शनिवार को 108 एम्बुलेंस में आग लग गई। गनीमत ये रही कि जब एंबुलेंस में आग भड़की उसमें कोई मरीज नहीं था जिससे बड़ा हादसा टल गया। अस्पताल के स्टाफ और लोगों ने आग को बुझाया। आग लगने का कारण शॉट सर्किट बताया जा रहा है।
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी कई जगहों पर खस्ताहाल ऐंबुलेंसों में आगजनी की घटनाएं होती रहीं हैं। लोगों का जीवन बचाने वाली 108 आपातकाल सेवा इतनी जोखिम भरी हो चुकी है कि ये कभी भी बड़े हदसे का कारण बन सकती है। इतना ही नहीं चलते -चलते कब इन वाहनों के टायर फट जाएं इस पर भी कोई भरोसा नहीं है। इनमें सफर कर रहे मरीजों को बचाने का प्रयास करना तो दूर की बात है।
लेकिन, जिला प्रशासन और सरकार न जाने क्यों आंखें बंद करके तमाशा देख रही है। अगर ऐसी ही अनदेखी चलती रही तो यह अनदेखी एक दिन बड़े हादसे का कारण बन सकती है।