वरिष्ठ बीजेपी नेता शांता कुमार ने कहा है कि देश के इस चुनाव में खुशी के साथ-साथ एक चिन्ता का कारण यह भी है कि बीजेपी के मुकाबले पर एक मात्र अखिल भारतीय पार्टी कांग्रेस बहुत से प्रदेशों में अपना खाता तक नहीं खोल पाई। उन्हें डर है वह और न बिखर जाए। लोकतंत्र में एक सशक्त और स्वस्थ विपक्ष का होना अनिवार्य होता हैं। इस चुनाव में बीजेपी तो शानदार तरीके से जीती परन्तु लोकतंत्र इस दृष्टि से थोड़ा हार गया।
शांता ने कहा कि मैं चाहता हूं कि इस ऐतिहासिक मौके पर कांग्रेस अपने आप को एक परिवार की गुलामी से मुक्त करें। प्रणव मुखर्जी, शरद पवार और सिंधिया जैसे अनुभवी नेता एक बार फिर से इस पार्टी को पुनर्जीवित करके देश को एक सशक्त विपक्ष देने का काम करें। देश की सबसे पुरानी पार्टी का ही नहीं लोकतंत्र का भी इससे भला होगा।
इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को कहा है कि जनता का यह बहुत बड़ा समर्थन हमारे लिए एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी और चुनौती भी है। अगले पांच वर्षो में इसी प्रकार का परिश्रम करके हमें जनता के इस प्यार का बदला देना होगा।