चंबा के मंगला में भूस्खलन की चपेट में आई पोकलेन मशीन और चालक रवि कुमार को लोक निर्माण विभाग की टीम ने घटना के 10 दिन बाद तलाश करने में सफलता पाई है। कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार 11वें दिन पोकलेन ऑपरेटर रवि कुमार के शव को मलबे के नीचे से निकाल लिया गया। शुक्रवार को सर्च ऑपरेशन के दौरान सुबह नौ बजे के करीब पहले पोकलेन मशीन का कुछ हिस्सा सामने आया और फिर उसके बाद ऑपरेटर रवि कुमार का शव भी मिल गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
गौरतलब है कि 14 मई को चालक रवि कुमार पोकलेन मशीन सहित पहाड़ी से अचानक गिरे मलबे की चपेट में आ गया था। रवि कुमार की तलाश में लोक निर्माण विभाग ने घटना के पहले दिन से ही सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था। साथ ही रवि की तलाश में एनडीआरएफ की टीम सहित सेना को भी लगाया गया। लेकिन फिर भी रवि और मशीन का कुछ पता नहीं चल पाया।
यहां तक की रवि की तलाश के लिए तंत्र विद्या का सहारा भी लिया गया। लेकिन उसमें भी कोई कामयाबी नहीं मिली। एनडीआरएफ और सेना के लौटने के बाद लोक निर्माण विभाग अपनी पूरी ताकत के साथ सर्च ऑपरेशन में जुटा रहा। उनकी इस कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि 11वें दिन चालक और मशीन दोनों मिल गए।