मंडी जिला के तहत लारजी डैम से रविवार सुबह पानी छोड़ा गया है। पानी छोड़ने की यह प्रक्रिया सोमवार सुबह 6 बजे तक जारी रहेगी। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी डैम से गाद निकासी के लिए फ्लशिंग की यह प्रक्रिया अपनाई जा रही है। बता दें कि वर्ष भर पानी के साथ बड़ी मात्रा में गाद आती है जो डैम के पास जमा हो जाती है। लारजी डैम से पानी छोड़े जाने पर निचले क्षेत्रों में ब्यास नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। इसके चलते प्रशासन ने ब्यास नदी के आसपास के स्थलों पर रहने वाले प्रवासी और आम लोगों को नदी के बहाव क्षेत्र में न जाने की हिदायत दी।
ऐसे में इस गाद को न निकाला जाए तो इससे डैम पर खतरा मंडराने लग जाता है इसलिए हर साल बरसात से पहले एक बार डैम की फ्लशिंग की जाती है। इसके लिए डैम के सभी पांचों गेट खोल दिए गए हैं और ब्यास नदी में भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है।
लारजी पावर हाउस के आवासीय अभियंता दीपक वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पानी छोड़ने की पूर्व सूचना जारी कर दी गई थी और सुबह पानी छोड़ने से पहले सायरन व्हीकल को नेशनल हाईवे पर दौड़ाया गया था। इन्होंने स्थानीय लोगों और बाहर से आने वाले पर्यटकों से ब्यास नदी के किनारे न जाने का आह्वान किया है।