इसी साल 26 फरवरी को उपमंडल पांवटा साहिब के तहत डांडा पागर के समीप खाई में कार सहित बरामद हुए शव की गुत्थी पुलिस ने आखिरकार सुलझा दी है। यह दुर्घटना नहीं, बल्कि एक सोची समझी हत्या की साजिश थी। सिरमौर पुलिस ने करीब 4 महीने बाद इस खौफनाक मर्डर मिस्टी को सुलझाने में कामयाबी हासिल की है। हत्या के आरोपी को पुलिस ने दिल्ली से धर दबोचा है।
दरअसल हत्या की ये पूरी खौफनाक स्क्रिप्ट आरोपी किशन कुमार द्वारा इंशोरेंस के पैसे हड़पने के लिए लिखी थी। आरोपी किशन ने एक मजदूर को मौत के घाट उतारकर उसके शव को डांडा पागर के समीप खाई में कार सहित धकेल दिया था। शातिर आरोपी ने इस पूरे हत्याकांड को दुर्घटना दिखाने का प्रयास किया।
यही नहीं बताया जा रहा है कि आरोपी खुद ही खून निकाल यहां लाया था और घटनास्थल पर मुख्य सड़क पर उसे बिखेर दिया था, ताकि यह पूरा मामला दुर्घटना का लग सके। मामले की संजीदगी को देखते हुए फोरेंसिक टीम की मदद ली गई और सामने आया कि यह एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक हत्या का मामला है। पुलिस ने फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर हत्या का केस दर्ज किया और आरोपी की तलाश में जुटी रही।
इस मामले में एसपी सिरमौर अजय कृष्ण शर्मा ने बताया कि आरोपी को दिल्ली से गिरफतार कर लिया गया है। इसी वर्ष 26 फरवरी को आरोपी ने एक गाड़ी खाई में धकेली थी, जिसमें एक शव मौजूद था। पहले यह मामला सड़क दुर्घटना का लग रहा था, लेकिन फोरेंसिक टीम द्वारा जो गहन जांच की गई, तो पाया गया कि यह एक हत्या का मामला है। पिछले 4 महीने से पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में लगी हुई थी।
एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आरोपी से जो बातचीत हुई है, उसमें उसने बताया है कि वह एक मजदूर को साथ लेकर आया था, जिसकी उसने हत्या कर दी। आरोपी ने यह दिखाने की कोशिश की कि उसकी अपनी दुर्घटना में मौत हुई है और उसी के आधार पर इंशोरेंस के मोटे पैसे हड़पना चाहता था। पूछताछ में ओर भी कई चीजों का खुलासा होने की उम्मीद है।