अमेरिका और उत्तर कोरिया जुबानी जंग के बाद असली युद्ध जैसे हालात ओर बढ़ रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों के बीच उत्तर कोरिया ने युद्ध नॉर्थ की तैयारियां कर रहा है। इसी तैयारी के तहत उत्तर कोरिया ने अपनी कई मिसाइलों को प्योंगयांग में तैनात कर दिया है। इस फैसले के जरिए उसने संकेत देने की कोशिश की है कि अमेरिका के उकसाने पर वह कार्रवाई की पहल भी कर सकता है।
पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति 'ट्रंप ने रविवार को ट्वीट कर कहा, 'मैंने बीती रात दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून से बात की। मैंने उनसे पूछा कि रॉकेट मैन कैसा है उत्तर कोरिया में गैस लेने के लिए बड़ी-बड़ी कतारें लग रही हैं, बहुत बुरा है'।
दक्षिण कोरिया और अमेरिकी इंटेलिजेंस ऑफिशियल्स को यह पता चला है कि सनम-डॉन्ग के मिसाइल रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर (रॉकेट फैसिलिटी सेंटर) से कई कोरियाई मिसाइलों को प्योंगयांग के उत्तरी हिस्से में ले जाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया की ये मिसाइलें या तो इंटरमिडिएट रेंज वाली ह्वासॉन्ग-12 या इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें ह्वासॉन्ग-14 होने के होने के ज्यादा चांस हैं।
दक्षिण कोरिया के अधिकारियों को आशंका है कि सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की वर्षगांठ के मौके पर उत्तर कोरिया 10 अक्टूबर को कोई बड़ा परीक्षण या युद्ध की घोषणा कर सकता है।