शिमला के कोटखाई में स्कूली बच्चों को मालवाहक गाड़ियों में भेड़ बकरियों की तहर ढोने का मामला सामने आया है। तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि किस तरह से स्कूली बच्चों को पिकअप गाड़ी में आलू की बोरियों की तरह भरकर ढोया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार कोटखाई तहसील के बगैन स्कूल में अंडर 14 टूर्नामेंट चल रहे थे जो आज शुक्रवार को खत्म हुए। टूर्नामेंट के बाद जब बच्चों के घर जाने की बारी आई तो अध्यापकगण खुद को महंगी गाड़ियों में चले गए लेकिन इस बच्चों को मालवाहक गाड़ियों में भेड़-बकरियों की तरह लाद दिया। यदि ऐसे में अगर कोई अप्रिय घटना हो जाती तो इसका जिम्मेदार कौन होता।
इस मामले को लेकर प्रशासन और पुलिस की भी बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां एक तरफ बसों के ओवरलोडिंग के चालान काटे जा रहे हैं तो दूसरी तरफ इस तरह से नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। वहीं, इस मामले को लेकर निजी बस ऑपरेटर संघ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। संघ के महासचिव रमेश कमल ने कहा है कि प्रदेश सरकार उनके साथ सख्ती से पेश आ रही है तो दूसरी तरफ माल ढोने वाली गाड़ियों में सवारियां और बच्चों को ढोया जा रहा है।