Follow Us:

‘खुले में शौचमुक्त’ ज़िला में खुले में शौच करने को मजबूर है परिवार

नवनीत बत्ता, हमीरपुर |

बेशक हमीरपुर ज़िला को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है। लेकिन, भोरंज के भोटी गांव में एक परिवार खुले में शौच करने को मजबूर है।  भोरंज विधानसभा के भोटी गांव के इस परिवार के पांच सदस्यों को इसलिए खुले में शौच जाना पड़ता है, क्योंकि इनके पास शौचालय बनाने के लिए जगह नहीं है। इस परिवार में 25 साल और 20 साल की दो बेटियां भी हैं।

परिवार के मुखिया अमर चंद  जो कि प्लंबर का काम करते हैं। उनकी मानें तो उन्होंने 2008-09 में भोटी में बड़ी मुश्किल से दो से तीन मरले में एक कमरा खड़ा कर सिर ढकने के लिए छत तैयार की थी। पास ही थोड़ी सी जगह में शौचालय बनाना चाहा तो पड़ोसियों ने अड़ंगा डाल दिया। मामला कोर्ट में चला गया। 2010 से लेकर आज तक वे कई बार जिला प्रशासन के अलावा क्षेत्र के प्रतिनिधियों से भी गुहार लगा चुके हैं। लेकिन, यही जवाब मिलता है कि मामला कोर्ट में है इसलिए कुछ नहीं कर सकते।

अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इतना लाचार है कि उन्हें शौचालय बनाने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं कर सकता…. इन नौ से दस वर्षों में क्षेत्र के विधायक भी बदलते रहे और जिला प्रशासन के अफसर भी। कइयों ने कोर्ट की दुहाई देकर पल्ला झाड़ा तो कोई आश्वासनों से टाइम काट कर चले गए।

परिवार की मुखिया वीना देवी का कहना है कि उन्होंने अपनी समस्या यहां हुए जनमंच में भी उठाई थी। जब मुख्यमंत्री पहली बार भोरंज आए थे, तो उन्हें भी परेशानी बताई थी। हर बार यही कहा जाता है कि कोई बात नहीं कर देंगे। बीना देवी की मानें तो बरसात के मौसम में जब बेटियां खुले में शौच जाती हैं, तो बहुत डर लगता है। जब स्थानीय विधायक से मिलते हैं तो कहा जाता है कि मामला कोर्ट में है तो हम  कुछ नहीं कर सकते। वीना देवी ने प्रशासन ने उसकी समस्या का हल खोजने की मांग की है।