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नुरपुर: भूस्खलन से झब्बर नदी में बना डैम, बारिश से कांगड़ा में अब तक110 करोड़ का नुकसान

मनोज धीमान |

मौसम विभाग की ओर से जारी रेड अलर्ट के साइड इफेक्टस की रिपोर्ट आनी शुरू हो चुकी है। भारी बारिश के चलते कांगड़ा में अब तक करीब 110 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। जबकि बीते 72 घंटों में ही 55 करोड़ रुपये का आकलन लगाया गया है। वहीं नूरपुर की डन्नी पंचायत में झब्बर नदी में भू-स्खलन होने के कारण प्राकृतिक डैम बन गया है जिसमें करीब 20 से 40 फीट की गहराई तक पानी भर गया है। इस तरह के डैम बन जाने से इस नदी किनारे रहने वाली आबादी और उनका जीवन-यापन खतरे के आगोश में आ चुका है। जिसके देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से एहतियातन एनडीआरएफ का सहयोग लिया गया है।

एनडीआरएफ की टीमें सुबह से ही डैम के पानी को निकालने में जुट गई ताकि जनजीवन प्रभावित न हो। वहीं प्रशासन ने एहतियान इन गांवों में रहने वाले लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट होने के दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं। जिलाधीश राकेश प्रजापति मौके पर जाकर तमाम परिस्थितियों का जायजा लिया। राकेश प्रजापति की माने तो बड़ा भंगाल के लिए जो संपर्क मार्ग तैयार किया गया था वो भी इस बरसात में डैमेज हो चुका है लेकिन प्रशासन वहां भी स्थिती सामान्य बनाने के लिए काम कर रहा है। इसके अलावा कांगड़ा घाटी में हालात जल्द सामान्य होने की भी जिलाधीश ने बात कही है। इसके अलावा खतरे के निशान से ऊपर बह रहे तमाम पावर प्रोजेक्ट पर भी नज़र रखी जा रही है ताकि कहीं कोई आपात की स्थिती न पैदा हो और वक्त रहते हालात सामान्य कर लिए जाएं।