मॉनसून सत्र का पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया। नियम 67 के तहत कांग्रेस ने विधायक पर लगे आरोपों पर चर्चा करनी चाही, लेकिन बीजेपी ने इससे मना कर दिया। वॉकआउट करने के बाद कांग्रेस विधायक ने फिर वापसी की और इस मुद्दे पर लगातार सरकार को घेरा। तीन घंटे तक इस मुद्दे पर हंगामा चलता रहा और कांग्रेस ने मुख्यमंत्री की बात भी नहीं सुनी। आख़िर में सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष को बार बार समझाते रहे लेकिन विपक्ष अपनी सीटों पर खड़ा हो गया और एक बार फिर नारेबाज़ी करता हुआ अध्यक्ष के सामने बेल में आ गया। इस दौरान भाजपा के राकेश जाम्बाल ने नियम 130 के तहत जल परिवहन नीति पर लाए गए प्रस्ताव पर भी चर्चा की जिस पर परिवहन मंत्री ने जवाब दिया लेकिन कांग्रेस पार्टी के विधायक सदन में नारेबाज़ी करते रहे। यहां तक कि मुख्यमंत्री ने इस मामले पर सदन में पूरी बात रखी लेकिन विपक्ष ने उनकी भी नहीं सुनी और हंगामा करते रहे।