क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के सभागार हॉल में आश चाइल्ड डिवेलपमेंट सेंटर द्वारा आयोजित प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें बतौर मुख्यातिथि डॉ. सुशील CMO कुल्लू नें एमआईटीएस द्वारा प्रकाशित पुस्तक का हिंदी अनुवाद किताब का विमोचन किया बता दें कि ये किताब पहली बार हिंदी में प्रकाशित हुई है। जिसे आश चाइल्ड डिवेलपमेंट सेंटर कुल्लू नें हिंदी में अनुवादित किया है। जिससे हमारे हिंदी भाषी राज्य को प्रशिक्षण देने में आसानी होगी ।
बतौर मुख्यातिथि उन्होनें अपने संबोधन में 0 उम्र से 24 साल तक के बच्चों का ध्यान रखने के लिए आग्रह किया। साथ में उन्होनें कहा कि अगर हम सब 0 से पहले यानी गर्वधारण के समय से ही उचित डॉक्टरी सलाह के लिए परिवार को प्रोत्साहित करना चाहिए ।
इसके साथ ही उन्होनें कहा कि बहुत सी ऐसी क्रियाएं हैं अगर बच्चे के जन्म लेते ही उन्हें उपयुक्त थैरेपी दी जाए तो वो विकलांगता से बच सकते हैं। उन्होंने आश चाइल्ड डिवेलपमेंट सेंटर को सफल शुभारंभ के लिए बधाई दी और आगामी दिनों के लिए शुभकामनाएं भी दी ।
रेखा ठाकुर फिजियोथैरेपीस्ट आश चाइल्ड डिवेलपमेंट सेंटर नें जानकारी देते हुए बताया कि ये प्रशिक्षण डॉ शबनम (ओटी) और डॉ बिस्मा (स्पीच थेरेपिस्ट) मुख्य ट्रेनर होंगे जो प्रशिक्षण का संचालन करेंगे। उन्होनें कहा कि ये दोनों विशेषज्ञ मुंबई से इस प्रशिक्षण शिविर के लिए यहां आए हैं । उन्होंनें कहा कि इस शिविर के आयोजन में आर्थिक रूप से मैंट्स UK द्वारा सहायता की जा रही है ।
डॉ. शबनम मुख्य ट्रेनर और ओटी नें सभी के समक्ष प्रशिक्षण शिविर में दिए जाने बाले प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी । इस दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विक्रम कटोच भी विशेष रूप से मौजूद रहे ।
इस प्रशिक्षण में डाइट कुल्लू, नवचेतना, DDRC कुल्लू, SNM अस्पताल लेह,स्पेशल एजुकेटर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भुंतर, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुल्तानपुर,अति प्रिय व सामाजिक संस्थाओं के 30 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं ।