समाचार फर्स्ट डेस्क।। महिला विश्वकप फाइनल में मेजबान इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में खेले गए मैच में 9 रन से मात देकर चौथी बार विश्वकप खिताब हासिल किया। शुरुआत में टीम इंडिया एक जीत की तरफ आसानी से पहुंचती दिख रही थी, लेकिन 191 रन पर जब चौथा विकेट गिरा तो इसके बाद जैसे विकेटों की झड़ी लग गई और टीम इंडिया 48.4 ओवर में 219 रन पर ढेर हो गई। तेज गेंदबाज श्रबसोल ने 46 रन देकर टीम इंडिया के 6 बल्लेबाजों को पवेलियन वापस भेजकर टीम इंडिया की हार सुनिश्चित कर दी। भारतीय टीम ने 28 रन के अंतर पर 7 विकेट गंवा दिए। श्रबसोल को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
जीत के लिए 229 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। स्मृति मंधाना खाता खोले बगैर पवेलियन लौट गईं। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आऊ कप्तान मिताली राज 17 रन बनाकर रन आउट हो गईं।
लॉर्ड्स का स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। भारत की टीम बेशक हार गई लेकिन उसका खेल काबिलेतारीफ था। भारतीय टीम 12 साल बाद विश्वकप के फाइनल में पहुंची थी। हर किसी को आशा थी कि टीम इंडिया इस बार विश्वचैंपियन का खिताब जीतकर देश लौटेगी लेकिन ऐसी नहीं हो सका। भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल का प्रदर्शन किया। फाइनल में हार के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर क्रिकेट जगत की तमाम बड़ी हस्तियों ने भारतीय महिला टीम का हौसला बढ़ाया है।
टीम इंडिया की विश्वकप के फाइनल मुकाबले में 9 रन की करीबी हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा- हमारी महिला क्रिकेट खिलाड़ियों ने आज अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। पूरे विश्वकप के दौरान उन्होंने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। हमें उनपर गर्व हैं! मैच से पहले पीएम ने भारतीय टीम की सभी खिलाड़ियों को व्यक्तिगत तौर पर ट्वीट कर फाइनल के लिए शुभकामनाएं दी थीं। ऐसा पीएम ने पहले किसी भी टीम के लिए नहीं किया था।