कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय, मुख्य संरक्षक एवं कार्यकारी अध्यक्ष हिमाचल विधिक सेवाएं प्राधिकरण धर्म चंद चौधरी ने ग्राम पंचायत दड़ूही के गांव मटाहणी में 3 करोड 5 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित पांच मंजिला एडीआर केन्द्र का उदघाटन किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सौजन्य से जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण हमीरपुर द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस केन्द्र की सुविधा से अब लोगों के विभिन्न तरह के मामलों को मध्यस्था से निपटाने की सुविधा मिलेगी। इससे पहले जिला हमीरपुर में यह सुविधा नहीं थी। इससे लोगों को त्वरित और सस्ता न्याय मिलेगा और धन के साथ समय दोनों की बचत होगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस साल कुल 1086 विभिन्न प्रकार के मामले एडीआर में प्राप्त हुए जिनमें से 181 का निपटारा किया गया। हिमाचल में 11 एडीआर केन्द्रों का निर्माण किया जा रहा है जिसमें से 7 केन्द्र बनाए जा चुके हैं और 4 अन्य केन्द्रों का निर्माण किया जाएगा। प्रदेश में नए कोर्ट खोलने के लिए भी प्रदेश सरकार से मामला उठाया गया है । 2 अक्तूबर से प्रदेश में तीन नए कोर्ट केवल महिलाओं की सुविधा के लिए खोले जा रहे हैं जहां पर महिला उत्पीडन से सम्बंधित मामलों का ही निपटारा किया जाएगा। लोगों का न्याय प्रणाली में अधिक विश्वास बना रहे इसके लिए वह प्रयासरत हैं। एडीआर केन्द्रों के निर्माण का मुख्य उद्देश्य लोगों को त्वरित व सस्ता न्याय दिलाना है ताकि कोई भी न्याय से वंचित नहीं रहे।
इस अवसर पर वीरेन्द्र सिंह रजिस्ट्रार जनरल हिमाचल उच्च न्यायालय, यश्सवंत सिंह चोगल प्रधान सचिव कानून, प्रेम पाल रांटा सदस्य सचिव हिमाचल राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण, जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश कैंथला और जिला बार एसोसिएशन के प्रधान नरेश जसवाल नेविधिक सेवाएं प्राधिकरण के अंतर्गत विभिन्न कानूनी पहलुओं की विस्तार से जानकारी दी।