बिलासपुर सदर से बीजेपी ने सुरेश चंदेल का टिकट काटकर सुभाष ठाकुर को दे दिया। सुभाष ठाकुर को टिकट देने के भी ठोस राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रही है कि भविष्य के समीकरण को देखते हुए सुभाष को टिकट दिया गया। दरअसल, सुभाष केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के करीबी माने जाते हैं। ऐसे में बीजेपी की तरफ से हिमाचल में नेतृत्व को लेकर जेपी नड्डा का नाम फिर से सुर्खियों में है।
सूत्रों से मिली ख़बर के अनुसार बेशक नड्डा हिमाचल में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से खुद को अलग रखे हुए हैं और इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से गुरेज कर रहे हैं। लेकिन, बिलासपुर सदर से टिकट जिस शख्स को मिल है, उससे अटकलें लगनी स्वाभाविक है।
गली-कूंचों में यह चर्चा है कि सुभाष ठाकुर की स्थिति निजी तौर पर लोगों के बीच मजबूत नहीं है। उनकी तुलना में सदर से विधायक बंबर ठाकुर राजनैतिक तौर पर ज्यादा सक्षम है। लेकिन, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का आशीर्वाद उनकी नइया पार लगा सकता है।
सदर की इस टिकट को लेकर पहले से अनुमान था कि यहां से या तो जेपी नड्डा या उनका कोई विश्वासपात्र ही चुनाव मैदान में उतरने वाला है और हुआ भी ऐसा ही।
बीजेपी हिमाचल में जिस फॉर्मूले के तहत काम कर रही है उस में अगर बीजेपी की सरकार बनती है तो हिमाचल को 2 मुख्यमत्री मिलेंगे। जिन में 2019 तक प्रेम कुमार धूमल और उसके बाद जगत प्रकाश नड्डा के रूप मैं अगला मुख्यमत्री प्रदेश को मिल सकता है और सुभाष ठाकुर बिलासपुर से ऐसा नाम है जो कभी भी नड्डा के कहने पर सीट खाली कर सकते हैं।