लोकसभा से पास होने के बाद नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में चर्चा जारी है। बिल को संसद के ऊपरी से पारित कराने के लिए नंबरगेम अहम हो गया है। बिल पर वैसे तो राज्यसभा में मोदी सरकार का पलड़ा भारी दिख रहा है, लेकिन थोड़ा हेर-फेर सरकार को मुश्किल में डाल सकता है। च्रचा करते हुए अमित शाह ने कहा कि भारत के किसी भी मुसलमान को इस विधेयक के कारण चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। अगर कोई आपको डराने की कोशिश करे तो घबराएं नहीं। क्योंकि भारत के मुसलमान नागरिक हैं और रहेंगे। नरेंद्र मोदी सरकार संविधान के अनुसार काम कर रही है, जहां अल्पसंख्यकों को पूरी सुरक्षा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि 1985 में असम समझौता हुआ। राज्य की स्वदेशी संस्कृति की रक्षा के लिए खंड छह में प्रावधान है। मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि खंड छह की निगरानी के लिए समिति के माध्यम से एनडीए सरकार असम के अधिकारों की रक्षा करेगी। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन इस कमेटी का हिस्सा है। राज्यसभा में कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि हमारे धर्म के अनुसार हम पुनर्जन्म में विश्वास करते हैं और कहा जाता है कि हम अपने बुजुर्गों से मिलते हैं। इसलिए अगर सरदार पटेल मोदी जी से मिलते हैं, तो वे उनसे बहुत नाराज होंगे, गांधी जी उदास होंगे, लेकिन पटेल वास्तव में बहुत नाराज होंगे।