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GS बाली ने की सरकार के फैसले की सराहना, बॉर्डर पर भीड़ लगने पर दिए सुझाव

डेस्क |

कर्फ्यू के बीच बाहरी लोगों को लाने पर पूर्व मंत्री सरकार के फैसले का स्वागत किया है। जीएस बाली ने कहा कि देर सवेर ही सही सरकार ने लोगों को घर लाने की शुरूआत तो की। लेकिन इस दौरान अब प्रदेश के बॉर्डर्स पर अव्यवस्था देखने को मिल रही जो सरकार की बड़ी नाकामी भी है। हम काफी समय से मांग कर रहे थे कि सरकार इन सब के बारे विस्तार से विचार करे और इन्हें किस तरह लाना उसकी नीति-आधार तय किया जाए।

लेकिन अब लोग बॉर्डर में इक्टठा हो रहे हैं जिससे ख़तरा बढ़ सकता है। अग़र सरकार ने पहले हमारे कहने पर विचार किया होता और नीति के तहत इस काम को अंजाम दिया जाता। अग़र ऐसा होता तो आज ये भीड़ की स्थिति पैदा न होती। लेकिन फ़िर भी इन लोगों को पास बनाकर अनुमति मिल रही है तो सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं।

जीएस बाली ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि 'कुछ सुझाव इस स्थिति से निपटने के सरकार को दिए हैं। बार्डर पर डाटा रिकॉर्ड और चेकिंग के लिए ज्यादा टीम भेजी जाएं। बार्डर ज़िलों से प्रदेश में एंट्री की मुख्य सड़कों को छोड़कर बाकी सब सड़के बंद कर दी जाएं। इसी तरह दो ज़िलों के बीच आवाजाही के लिए भी मुख्य 2-3 सड़क खुली रहे बाकी बंद कर दी जाएं।   

उदाहरण के लिए कांगड़ा के लिए दिल्ली चंडीगढ़ से आने वाले लोगों को मेहतपुर की जगह उनके जिला बॉर्डर पर चेक किया जाए। वैसे ही हमीरपुर में किया जाए। जो भी दो जिलों को जोड़ने की मुख्य सड़कें हो वहीं टीम चेकिंग के लिए रहे। इससे मेहतपुर बार्डर की भीड़ कम होगी। बिलासपुर बॉर्डर पर मंडी कुल्लू लाहौल स्पीति हमीरपुर वालों को एक साथ चेक न किया जाए।  बिलासपुर वालों को छोड़कर बाकियों के लिए मध्य स्थानों पर जिला वाइज स्पॉट तय कर दिए जाएं।  

इसक साथ ही बसों में जो लोग आने हैं ,उनके लिए पूरी पूरी बस के लिए अलग स्थान चिन्हित हो। ई-पास डाटा का चेकिंग डाटा से मिलान हो औऱ बिना चेकिंग घर पहुंचने वालों पर सीधे FIR  की जाए। सरकार के साथ साथ जनता की भी जिम्मेदारी अब बनती है। जनता अधीर न हो, नियमों का पालन करे, मेडिकल टीमों और पुलिस का सहयोग करें। अनुशासन में रहे औऱ घर पहुंचने पर सरकार द्वारा तय क्वारंटीन अवधि का पालन करें।