Follow Us:

जनता के सहयोग की GS बाली ने की तारीफ़, सरकार को दिए कुछ शानदार सुझाव

डेस्क |

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीएस बाली ने प्रदेश की जनता की तारीफ़ की है और सरकार को कुछ सुझाव दिए। जीएस बाली ने कहा कि हिमाचल की जनता लॉकडाउन और सरकार के बाकी आदेश का बाखूबी पालन कर रही है। इसके चलते आज प्रदेश में कोरोना के मामले काफी कम हैं। कोरोना की लड़ाई में जिला प्रशासन और राज्य प्रशासन की कार्यप्रणाली भी काबिले ए तारिफ है… लेकिन उनका काम अभी ख़त्म नहीं हुआ है।

प्रशासन को अभी तक कड़क फैसले लेने चाहिए और जिला बॉर्डर तथा स्टेट बॉर्डर को सील करना जारी रखना चाहिए। क्योंकि अग़र कोई सिंगल केस भी कोरोना का यहां से आता है तो कई जगहों से कोरोना पेशंट मिलने की संभावना बन जाएगी।

सुझाव देते हुए जीएस बाली ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए मौजूदा वक़्त में हमारे पास राज्य स्तरीय टास्क फोर्स और जिला स्तरीय टास्क फोर्स होनी चाहिए। इन टास्क फोर्स में सभी विभागों जैसे डॉक्टरों अधिकारियों को रखा जाए जो की जिला में सारी मैनेजमेंट देखेंगे। प्रदेश में सभी अस्पताल कोरोना महामारी के चलते आम अस्पताल से कन्वर्ट कर दिए गए हैं। ऐसे में आम मरीजों को दिक्कत न आए इसलिए सरकार ये सूचित करे कि जिलों में किन-किन अस्पतालों में लोग आम तरह से छुटपुट बीमारी का इलाज करवा सकते हैं। प्रदेश में कुछ अलग अस्पताल चालू कर देने चाहिए, जहां ख़ास तौर पर ह्रदय रोग, कैंसर जैसी बीमारियों का इलाज होता हो।

प्रदेश के कई लोग बाहर फंसें हैं इनमें से कई युवा नौकरी और अपने फ्यूचर प्लेनिंग के साथ बाहर काम करते हैं। अब जब लॉकडाउन है तो इन्हें दिक्कत न हो इसके लिए सरकार कुछ विचार करे। 60 साल से ऊपर के लोगों का ख़ास ख्याल रखा जाए औऱ उन्हें जरूरी सामान घर द्वार पर दिया जाए। कोरोना से लड़ने के लिए प्रदेश के अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं और PPE किट का अभी भी आभाव है। सरकार इस कमी को पूरा करे और अच्छी क्वॉलिटी की किट प्रदान करे। ये किट पुलिस प्रशासन और सफाई कर्मियों को भी प्रदान की जाए ताकि सभी सुरक्षित रहें।

जीएस बाली ने कहा कि जिला बॉर्डर पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की जाए जिससे किसी संदिग्ध व्यक्ति को वहीं पर रोका जा सके। जिला के अंदर गाड़ियों का चलना शुरू किया जाए और जो ग़ैर जरूरी सामान की दुकानें खुली हैं उनसे बातचीत कर उनके सामान आने ले जाने की व्यवस्था को भी हरी झंडी दी जाए।