कोरोना हॉटस्पॉट जीरकपुर चंडीगढ़ से 15 दिन पहले अपने गृह क्षेत्र जिला कुल्लू के गांव पाहनाला पहुंचे एक युवा दंपत्ति ने शुक्रवार को 14 दिन की क्वारंटीन अवधि को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। क्वारंटीन के सभी नियमों और प्रशासन के दिशा-निर्देशों की अनुपालना करके एक मिसाल कायम करने वाले इस युवा दंपत्ति के उत्साहवर्द्धन और प्रशासन की ओर से सम्मान पत्र भेंट करने के लिए उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा स्वयं पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह के साथ राजकीय प्राथमिक पाठशाला पाहनाला स्थित क्वारंटीन सेंटर पहुंची। स्थानीय ग्राम पंचायत खड़ीहार के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में उपायुक्त ने मानदास और उनकी धर्मपत्नी खीमा देवी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।
इस मौके पर युवा दंपत्ति मानदास और खीमा देवी की सराहना करते हुए डॉ. ऋचा वर्मा ने कहा कि इस युवा दंपत्ति ने कुल्लू पहुंचने से पहले ही अपने आपको क्वारंटीन करने के बारे में अधिकारियों और स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से बात करनी शुरू कर दी थी। बजौरा में प्रवेश करने के उपरांत अन्य आगन्तुकों की तरह दंपत्ति की भी कोविड-19 सुरक्षा कवच में थर्मल स्क्रीनिंग की गई। साथ ही पुलिस द्वारा टैªवल हिस्ट्री को रिकार्ड किया गया। आरंभिक स्वास्थ्य जांच के उपरांत दंपत्ति को संस्थागत क्वारंटीन करने के लिए संबंधित ग्राम पंचायत के प्रधान को अवगत करवाया गया।
उपायुक्त ने कहा कि ये देखकर प्रसन्नता हुई कि दंपत्ति ने गांव से हटकर राजकीय प्राथमिक पाठशाला में क्वारंटीन की अवधि को संतोषजनक ढंग से पूरा करके उन तमाम लोगों को एहतियात बरतने का संदेश दिया है जो अभी क्वारंटीन पर हैं। उपायुक्त ने स्थानीय नगर निकायों व पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की है कि वे बाहर से आए व्यक्तियों के क्वारंटीन पर बारीकी से निगरानी रखें और क्वारंटीन केन्द्रों के आस-पास गांव के लोगों को न जाने के लिए जागरुक करें।
स्थानीय उपप्रधान मोती राम ने कहा कि युवा दम्पति उनकी पंचायत से संबंध रखता है और इन्होंने ईमानदारी के साथ अपना क्वारंटीन पूरा किया है। मानदास और खीमा देवी ने क्वारंटीन केन्द्र में ही अपने आप खाना बनाया और कभी भी क्वारंटीन नियमों का उल्लंघन नहीं किया। समय-समय पर आशा तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व पंचायत के नुमाईंदे इनका कुशल-क्षेम पूछते रहे। अब चूंकि ये दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं और इनमें किसी प्रकार के लक्षण सामने नहीं आए हैं। इसलिए स्वाभाविक है कि अब ये दोनों अपने घर में परिवारजनों के बीच रह सकेंगे।