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राहुल गांधी पर टिप्पणी कर वित्त मंत्री ने उड़ाया मजदूर वर्ग का उपहास: प्रेम कौशल

रमित शर्मा |

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्त प्रेम कौशल ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारण द्वारा राहुल गांदी द्वारा मजदूरों से मुलाकात और उनके दर्द बांटने के लिए की गई टिप्पणी निराशाजनक बताया है। प्रेम कोशल ने कहा कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई टीप्पणी न केवल निराशाजनक और मज़दूर वर्ग का उपहास उड़ाने वाली है अपितु उनके शब्दों और लहजे से झलकती नफ़रत एवं कड़वाहट भारतीय महिला की ममता और करुणामयी छबि के भी एकदम विपरीत है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा एक धारावाहिक के तरह किश्तों में की गई तथाकथित राहत पैकेज की घोषणा में जनता के लिए कोई राहत नहीं है। इस पैकेज में किसी भी वर्ग को प्रत्यक्ष राहत अथवा लाभ नहीं दिया गया है और बैंकों से मिलने बाले क़र्ज़ को ही राहत की तरह प्रचारित किया गया है। केंद्र द्वारा प्रदेश सरकारों को क़र्ज़ लेने की सीमा में बढ़ोतरी करने के फैसले का स्वागत करने ओर इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में मजबूती आने के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बयान पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पहले से कर्ज में डूबे प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री को केंद्र से विशेष आर्थिक पैकेज की मांग करनी चाहिए। केंद्र द्वारा घोषित तथाकथित राहत पैकेज वर्ष 2020-2021 के बजट प्रावधानों का ही हिस्सा है जिसको घुमा फिरा कर पेश करके जनता की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास हुआ है।

बता दें कि शनिवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने दिल्ली की सड़कों पर बैठे मजदूरों से राहुल गांधी ने बात की। दक्षिणी दिल्ली के आश्रम में घर जाने के इंतजार में बैठे मजदूरों के साथ बात कर राहुल गांधी ने उनके दर्द बांटे।

इस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मजदूरों के साथ बैठकर बातें करने से क्या होगा, मजदूरों के साथ बैठकर बातें करने के बजाय राहुल गांधी अपने मुख्यमंत्रियों को ज्यादा ट्रेनों के लिए क्यों नहीं कह रहे हैं, क्या ये ड्रामा नहीं है । निर्मला ने कहा है कि राहुल अगर मदद करना चाहते थे तो मजदूरों का सामान उठाकर उनके साथ पैदल कुछ दूर तक चलते ही फिर उनकी मदद होती, सड़क किनारे बैठकर बातें से केवल उनका वक्त बर्बाद किया ।