Follow Us:

मंडी: कोरोना वॉरियर्स हीरो बने तहसीलदार कोटली, लॉकडाउन के दौरान परिवार से अलग रहकर की जनता की सेवा

बीरबल शर्मा |

कोरोना वायरस से निपटने के लिए और इस जंग को जीतने के लिए कुछ ऐसे शख्स सामने आए हैं जिन्होंने घर परिवार को छोड़ कर अपना जीवन जनता की सेवा में समर्पित कर दिया। ऐसे ही कोरोना वारियर्स हीरो तहसीलदार कोटली (मंडी) जसपाल भी रहे। जैसे ही सरकार ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन घोषित किया उसी समय तहसीलदार कोटली ने भी कमर कस ली।

उन्होंने क्षेत्र की तमाम पंचायतों के प्रतिनिधियों, महिला मंडल, युवक मंडलों, स्वयंसेवी संगठनों, स्वयं सहायता समूह और अन्य ऐसे समाज सेवकों से संपर्क साधा जिसके चलते अपने ही बलबूते पर उन लोगों की सेवा करने का बीड़ा उठाया जो लॉक डाउन के दौरान असहाय नजर आ रहे थे। इस दौरान जहां प्रवासी मजदूरों को राशन किट बांटी गई तो वही गरीब परिवारों को भी भोजन की व्यवस्था की जो अति गरीब थे । महिला मंडलों व पंचायतों के माध्यम से मास्क सैनिटाइजर बांटा गया और इन्हीं समाजसेवी संगठनों के माध्यम से बीमार लोगों तक दवा पहुंचाने का भी काम किया।

क्षेत्र की पंचायतों में बड़े पैमाने पर मासक और सेनेटाइजर बांटे तो वहीं, सरकारी कार्यालयों और व्यापार मंडल कोटली के सहयोग से पूरा क्षेत्र सैनिटाइज किया । उनकी पहल पर क्षेत्र के दर्जनों कोरोना वॉरियर्स भी उनके साथ खड़े नजर आए और इस युद्ध को जीतने में कामयाबी हासिल की। कोटली क्षेत्र में विदेशों से बड़े पैमाने पर लोग घर आए थे उन्हें अच्छी जगह पर एकांतवास करना तथा लगातार उनके ऊपर नजर बनाए रखना और संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में अच्छी व्यवस्था उपलब्ध करवाई । क्षेत्र में कोरोना वायरस पांव न पसारे इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया।

करीब ढाई महीने तक तहसीलदार कोटली जसपाल अपने परिवार से अलग रहे तथा अभी भी इस जंग को जीतने के लिए सरकार के आदेशों की अनुपालना करते हुए लोगों को कोरोना वायरस के बारे में जागरूक कर रहे हैं। उनके विशेष सहयोगी के तौर पर ग्राम पंचायत कोट तुंगल के प्रधान व प्रदेश भाजपा किसान सेल के मोर्चा के उपाध्यक्ष काहन सिंह ठाकुर खड़े रहे । उन्होंने इस जंग को जीत दिलाने के लिए वह सब प्रयास किए जो समय के अनुसार आवश्यक थे।