मंडी सदर के विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने बताया जब उन्होंने मुख्यमंत्री का टुअर प्रोग्राम देखा तो पाया कि वह विपाशा सदन में विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। इस कारण से वह विधायक होने के नाते बैठक में चले गए । मगर उनके सामने ही जब अधिकारियों ने मंडी के विकास कार्यों के बारे में झूठे आंकड़े पेश किए। मौके पर कोई काम न होने पर भी, वर्क इन प्रोग्रेस, की रिपोर्ट दी तो इसपर मैंने एतराज किया और मुख्यमंत्री से सवाल किया कि यह सब गलत हो रहा है। इसे लेकर मेरी मुख्यमंत्री से बहस भी हो गई। मौके पर बजट जीरो है और काम शुरू करने की बात हो रही है तो मुख्यमंत्री ने इस पर कहा कि वह बिना बजट भी काम करवा देते हैं।
अनिल शर्मा ने कहा कि पिछले डेढ साल से सदर के कामों में एक ईंट तक नहीं लगी मगर अधिकारी गलत आंकड़े पेश करके मुख्यमंत्री को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बैठक खत्म होने पर उनसे किसी ने नहीं कहा कि हाल के बाहर पंडाल में शिलान्यास और उदघाटन पट्टिकाओं का अनावरण किया जाना है। वह काफी देर तक वहां खड़े रहे और फिर वहां से चले आए। बाद में पता चला कि इन पट्टिकाओं पर उनका नाम भी लिखा हुआ था।