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टमाटर में आए उछाल से किसानों के चेहरे पर लॉकडाउन के बाद लौटी रौनक

पी. चंद, शिमला |

राजधानी शिमला में मशोबरा ब्लॉक के निचले क्षेत्रों से इन दिनों सैंकड़ों टन टमाटर प्रदेश और देश की विभिन्न मंडियों  में पहुंच रहा है।  प्रदेश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी सोलन में पिछले कुछ दिनों से हिमसोना टमाटर की क्रेट 800 से 1 हजार रूपये और हाईब्रिड की क्रेट 500 से 700 रूपये बिक रही है। टमाटर की दरों में अचानक उछाल आने से लॉकडाउन के बाद किसानों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। जानकारी के अनुसार शनिवार को सोलन मंडी में हिमसोना टमाटर की क्रेट 900 रूपये तक बिकी।
        
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान किसानों का मटर बहुत कम रेट पर बिका। जबकि फूल और पत्ता गोभी के रेट न मिलने पर किसानों को गोभी पशुओं को खिलानी पड़ी। इसी प्रकार लॉकडाउन के दौरान मार्केटिग की व्यवस्था न होने के कारण सैंकड़ों टन फूल खेतों में ही सड़ गया था। गौर रहे कि सोलन के बाद शिमला और सिरमौर  जिला के सीमा पर लगते गांव पीरन, ट्रहाई, नोवा, लखोटी, डूब्लु, टलेंजी, गौड़ा, शरगांव, नेईनेटी इत्यादि गांव में सर्वाधिक टमाटर और अन्य नकदी फसलों का उत्पादन किया जाता है। इन क्षेत्रों से करीब दस गाड़ियां प्रतिदिन मंडियों के लिए रवाना हो रही है ।

जुन्गा के ट्रहाई गांव के प्रगतिशील किसान प्रीतम सिंह ठाकुर का कहना है कि इस साल टमाटर के रेट अच्छे मिलने से पूरे साल उनका गुजारा बेहतरीन ढंग से हो पाएगा। इन्होंने बताया कि उनके द्वारा टमाटर सोलन मंडी में भेजा जा रहा है। जबकि क्षेत्र के कुछ किसान टमाटर को दिल्ली, रास्थान इत्यादि मंडियों में भेजते हैं। राजस्थान में  टमाटर की सबसे बड़ी मंडी बताई जाती है। टमाटर की क्रेट शुरूआती दौर में 500 रूपये बिकी। उसके उपरांत टमाटर के रेट में उछाल आने से हिमसोना टमाटर काफी मंहगा बिक रहा है।