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एशिया की सबसे लंबी जोजिला टनल का काम शुरू, नितिन गडकरी ने किया पहला ब्लास्ट

डेस्क |

देश को अटल टनल की सौगात मिलने के बाद अब एशिया की सबसे लंबी टनल का काम शुरू हो गया है। यह टनल जम्मू-कश्मीर में जोजिला दर्रे में बनाई जा रही है। टनल की कुल लंबाई 14.15 किलोमीटर होगी। सेना और सिविल इंजीनियरों की एक टीम जोजिला-दर्रे के पहाड़ को काट कर इस टनल का निर्माण करेगी। टनल के निर्माण में 4,899 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जबकि जमीन अधिग्रहण, विस्थापन और अन्य गतिविधियों को मिलाकर कुल खर्च 6,808 करोड़ रुपये होगा। 

गुरूवार को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए टनल का पहला ब्लास्ट किया। गडकरी ने कहा कि एशिया की सबसे बड़ी टनल का निर्माण कार्य शुरू हुआ है यह बहुत ही गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि 11 हजार करोड़ तक गए निर्माण कार्य के बजट को हम 4 हजार 900 करोड़ तक लेकर आए हैं। टनल के जरिए जो पत्थर निकलेगा, उसका इस्तेमाल सड़क निर्माण में किया जाएगा। हमने पूरा प्रयास किया कि इसे कम से कम लागत में तैयार किया जाए।

बता दें कि जोजिला-दर्रा दुनिया के सबसे खतरनाक रास्तों में से एक माना जाता है, जो भारी बर्फबारी के कारण साल में करीब छह महीने तक बंद रहता है और करगिल और श्रीनगर के बीच आवाजाही बंद हो जाती है। टनल बनने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ सेना को भी बड़ा फायदा होगा और करगिल और लेह-लद्दाख के बीच आवाजाही 12 महीने खुली रहेगी। इस टनल के बनने से श्रीनगर, द्रास, करगिल और लेह क्षेत्रों में हर मौसम के लिए कनेक्टिविटी स्थापित हो जाएगी। इसके अलावा दोनों स्थानों के बीच यात्रा में लगने वाले समय में 3 घंटे 15 मिनट की कमी आएगी।

इस टनल को बनाने के लिए करीब तीस साल से मांग हो रही थी। साल 2005 में टनल बनाने के लिए प्रोजेक्ट की प्लानिंग शुरू हुई थी और प्रोजेक्ट रिपोर्ट साल 2013 में बीआरओ ने तैयार की थी। साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी। इसके 5 साल बाद अब निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है।