ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने बताया कि प्रदेश में कुल 3615 ग्रामीण पंचायतों के प्रधानों में से 1828 पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं। इन आरक्षित पदों में से 479 पद अनुसूचित जाति महिलाओं, 143 पद अनुसूचित जनजाति महिलाओं, 133 पद अनुसूचित पिछड़ा वर्ग महिलाओं तथा 1073 पद सामान्य महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश में कम से कम 1828 पंचायतों की बागडोर महिलाओं के हाथ में होंगी। महिलाएं अनारक्षित पदों पर भी जीतने में सक्षम है, जिसके पश्चात् चुनाव के बाद इन आंकड़ों में वृद्धि की सम्भावना है।
वीरेन्द्र कंवर ने बताया कि इसी प्रकार ग्राम पंचायत के कुल 21400 वार्डों में से 12422 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित है, जो लगभग 58 प्रतिशत बनते है। इन 12422 वार्डों में 3682 वार्ड अनुसूचित जाति महिलाओं, 928 वार्ड अनुसूचित जानजाति महिलाओं तथा 7810 वार्ड सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने बताया कि प्रदेश में प्रधानों, वार्ड सदस्यों, पंचायत समिति तथा जिला परिषद के 28.92 प्रतिशत अनुसूचित जाति, 6.90 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति, 6.85 प्रतिशत पिछड़े वर्ग तथा 56.56 प्रतिशत स्थान महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं।
उन्होंने प्रदेश की जनता से आहवान किया कि आने वाले पंचायती चुनावों में स्वच्छ छवि तथा ईमानदार उम्मीदवार को विजयी बनाए और सभी मतदाता कोरोना-19 के सम्बन्ध में केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने मताधिकार का आवश्य प्रयोग करें।