जिला कांगड़ा में वन्यजीवों का धड़ल्ले से शिकार किया जा रहा है। रविवार रात को पंचायत नंदरूल के गांव खरटी बनेर खड्ड में पानी पीने आए सांभर के झुंड पर शिकारियों ने गोलियां बरसा दीं। एक सांभर और उसका बच्चा गोली का शिकार हो गया और वहीं ढेर हो गए। बताया जा रहा है शिकार की घटना रविवार देर रात्रि को घटित हुई जब सांभर का एक झुंड गांव खरटी के जंगलों में घूम रहा था। इस दौरान शिकारियों द्वारा झुंड पर गोली चलाना शुरू कर दिया और इस घटना में दो सांभर मारे गए।
घटना की जानकारी वन विभाग को मिली तो वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मृत दो सांभर को अपने कब्जे में लिया। घटना की सूचना वन विभाग के आला अधिकारियों को भी दी गई और वन अधिकारी आज सुबह मौके पर पहुंचे। वनरक्षक नंदरूल क्षेत्र के प्रभारी मनीष ने बताया कि शिकार की जानकारी जैसे उन्हें मिली वह मौके पर पहुंचे। रात के समय सांभर का झुंड बनेर खड्ड में पानी पीने के लिए आया था और शिकारी इसी ताक में बैठे थे और सांभर का झुंड आते ही शिकारियों ने गोली चलाना शुरू कर दिया, जिससे मौके पर 2 सांभर मारे गए। रात को ही बनेर खड्ड से दोनों मृत सांबर खरटी पहुंचाए गए, जहां से कांगड़ा वन विभाग कार्यालय लाया गया।
वन विभाग ने कांगड़ा पुलिस और अपने उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया है और मौके पर उनके अधिकारी पहुंच कर छानबीन कर रहे है। कांगड़ा के ही वेटरनरी अस्पताल में इन दोनों सांबरों का पोस्टमार्टम होगा और उसके बाद इनका संस्कार कर दिया जाएगा। पंचायत नंदरुल के नवनिर्वाचित प्रधान संजीव कुमार ने बताया जंगल में शिकार हो रहा है और इसको लेकर उन्होंने प्रशासन को भी सूचित किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि वन्य जीवों का शिकार करना दुखद है और शिकारियों के खिलाफ पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। वन विभाग की शिकायत पर कांगड़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।