नाबार्ड स्वयं सहायता समूह से जुड़े लोगों के उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए उड़ान मेला 2021 शुरू करने वाला है। यह मेला 12 से 14 फरवरी तक शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर होगा। स्वयं सहायता समूह और सूक्ष्म उद्योगों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए नाबार्ड यह मेला करा रहा है। इसमे प्रदेश के सभी जिलों से स्वंय सहायता समूह से लोगों के द्वारा बनाए उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। नाबार्ड हिमाचल की सड़कों , पुलों, ग्रामीण इलाकों के विकास और आपदाओं के लिए साढ़े 8 सौ करोड़ का लोन दे चुका है। नाबार्ड चालू वित्त वर्ष में प्रदेश के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं में 2500 करोड़ जारी कर रहा है।
नाबार्ड के क्षेत्रीय महाप्रबंधक दिनेश कपिला ने बताया कि नाबार्ड मेला पिछले कई सालों से किया जा रहा है। इसके द्वारा सूक्ष्म उधोगों, स्वयं सहायता समूह के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी जिससे नये उभरते समूहों को प्रोत्साहन मिलेगा। मेले में मशहूर ऊनि हैंडलूम कुल्लू शॉल, टोपी जैकेट्स की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जब लोग इन उत्पादों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हैं तो इन लोगों को उत्पादों में सुधार की सम्भावनाये रहती है।
उन्होंने बताया कि कोविड के चलते इसमे लगभग 20 स्वयं सहायता समूह को आमंत्रित किया है। हिमाचल में 58 हजार स्वयं सहायता समूह है जिसमे नाबार्ड इन समूहों को प्रशिक्षण भी दे रहा है। ई शक्ति अप्प पर 15 हजार स्वयं सहायता समूहों को डिजिटल तरीके से जोड़ा गया है। इस वर्ष 3 हजार समूहों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इस वर्ष 25 सौ करोड़ का लोन बैंक को देने का लक्ष्य रखा गया है।