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160 भिक्षु कोरोना पॉजिटिव, धर्मशाला के करमापा मोनेस्ट्री में है सभी भिक्षु

मृत्युंजय पुरी |

धर्मशाला में करमापा के ग्युटो तांत्रिक मठ को कोरोनो वायरस के खतरे के कारण मार्च 2020 से अभी तक बंद रखा गया था लेकिन अभी इसे खोलने की तैयारी की जा रही थी। कोरोना के मामले आने के बाद इसे फिर से एक महीने के लिए बंद कर दिया गया है। धर्मशाला स्थित गयुटो तांत्रिक मठ जहां पांच दिनों में 330 भिक्षुओं का परीक्षण किया गया है, जिसमे 160 बोध भिक्षु कोरोना संक्रमित पाए गए। मठ, जो आध्यात्मिक नेता 17 वें करमापा ओगिन त्रिनले दोरजे (35 वर्ष ) के निर्वासित घर था, इससे पहले कि वह दो साल पहले यूएस में स्थानांतरित हो जाता, 25 फरवरी से एक संक्रमण क्षेत्र घोषित किया गया है, सभी संक्रमित भिक्षुओं को अलग-थलग कर दिया गया है मठ में 330 भिक्षुओं और कर्मचारियों का घर है।

आपको बता दें कि 17 वें करमापा, ओयगेन त्रिनले दोरजे की अध्यक्षता वाला मठ मई 2017 से निष्क्रिय है। उससे पहले यहां करमापा की टीचिंग चलती थी जिसमे देश विदेश से यहां श्रद्धालु टीचिंग लेने आते थे , इस मोनेस्ट्री में हर साल  देश विदेश से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। करमापा अब भारत से बाहर दो साल से अधिक समय से है। उन्होंने कैरिबियाई द्वीप देश डोमिनिका का पासपोर्ट लिया था। करमापा ने बाद में भारतीय वीजा के लिए आवेदन किया था लेकिन भारतीय अधिकारियों ने उन्हें अभी तक बाध्य नहीं किया है। 1989 में रखा गया था मोनेस्ट्री का नीव पत्थर और  1996 में मोनेस्ट्री बनकर तैयार हुई थी , जानकारी के अनुसार मोनेस्ट्री 25 कनाल के एरिया में बनी है और इसमें 4 होस्टल है जिसमे करीब 160 कमरे है ।

धर्मगुरु दलाई लामा से भी है मोनेस्ट्री का सम्बंध

दलाई लामा ने नवंबर 2019 में मठ में शिक्षाओं का आयोजन किया था , धर्मगुरु दलाई लामा धर्मशाला के मैक्लोडगंज अपनी नामग्याल मोनेस्ट्री जिसे दलाई लामा मंदिर के नाम से जाना जाता है वहा रहते है और अभी कोरोना काल से उन्हें किसी से भी मिलने की इजाजत नही है

निर्विसत तिब्बत सरकार के आधीन आते हैं सभी मठ

धर्मशाला स्थित निर्वासित तिब्बत सरकार का कार्यालय मैक्लोडगंज के पास खड़ा डंडा मार्ग पर है और देश मे जितने भी मठ और स्कूल के साथ तिब्बती गतिविधयां है वे सभी निर्वासित तिब्बत सरकार के आधीन आती है

आखिर इतनी टेस्टिंग की क्या थी वजह

सीएमओ गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि पहले एक मामले कोरोना पॉजिटिव का सामने आया था जिसके बाद 20 के करीब  भिक्षु कांगड़ा स्थित फोर्टिस अस्पताल कोरोना टैस्ट करवाने गए जिसमे से 15 पॉजिटिव पाए गए जिसकी जानकारी फोर्टिस के डायरेक्टर अमन द्वारा उन्हें मिली जिसके बाद मोनेस्ट्री में सभी भिक्षुओ के सैम्पल लिए गए जिसमे कुल 160 लोग पॉजिटिव पाए गए है जो पॉजिटिव पाए गए है उन्हें अलग रखने को कहा गया है।

गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि एक बोध भिक्षु की हालत गंभीर है जिसे टांडा अस्पताल रेफर कर दिया गया है। वहीं, डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि मामलों को देखते हुए निर्वासित तिब्बत सरकार से बात की गई है और सभी जगह कोविड नियमो को सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है।