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शिवरात्रि मेले की हलचल शुरू, बड़ा देओ कमरूनाग पहुंचे मंडी 

बीरबल शर्मा |

बड़ा देओ कमरूनाग बुधवार दोपहर बाद मंडी पहुंच गए। बादलों से अटे आसमान व बीच बीच में कुछ बूंदों की टपक के बीच देव कमरूनाग ने दोपहर पौने तीन बजे शहर के प्रवेश द्वार पुल घराट में लाव लश्कर के साथ पहुंचे। देवता के पंखा जड़ित चिह्न का शिवरात्रि मेला समिति, सर्व देव समिति व भक्तों ने गर्मजोशी से स्वागत किया और कड़ी सुरक्षा व देव ध्वनि के साथ माधो राय मंदिर तक लाया गया। माधो राय मंदिर जहां पर राज माधव के रूप में राज परिवार का मुख्य देव विराजमान है से देव कमरूनाग ने मिलन किया।

शिवरात्रि मेला कमेटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त ऋगवेद ठाकुर ने अन्य पदाधिकारियों के साथ देवता का स्वागत किया। उसके बाद परंपरा अनुसार देव कमरूनाग राजा के बेहड़े में गए जहां पर मंडी रियासत के नवनियुक्त राजा ओमेश्वर पाल सेन ने देवता का स्वागत किया। इसके बाद देव कमरूनाग शहर की उंची चोटी पर स्थित टारना माता मंदिर के लिए रवाना हो गए जहां पर पर 18 मार्च की सुबह तक परिक्रमा में विराजमान रहेंगे व भक्तों को दर्शन के लिए उपलब्ध रहेंगे। मेले के समापन के दिन 18 मार्च की सुबह देव कमरूनाग शहर में आएंगे, चौहट्टा की जातरा में शामिल होंगे, परिक्रमा करेंगे और फिर लौट जाएंगे। 

बड़ादेव कमरूनाग के मंडी आगमन के साथ ही शिवरात्रि महोत्सव-2021 के कारज शुरू हो गए हैं। स्वर्णिम अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के लिए देव कमरूनाग सहित छह और देवी-देवता बुधवार को छोटी काशी पहुंचे। देवी-देवताओं के आगमन से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। मंडी शहर देव ध्वनियों के मंगलमय संगीत से गूंज उठा। देवताओं के साथ आए देवलु वाद्ययंत्रों की धुनों पर नाचते-गाते, आनंद मनाते हुए मंडी पहुंचे। देव दर्शन की अभिलाषा से एकत्र लोगों ने कतारों में लग कर अपने ईष्ट देव-देवियों के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद लिया।

बड़ादेव के बाद शुकदेव ऋषि शारटी, शुकदेव ऋषि थट्टा, देवी बगलामुखी बाखली व देवी बुढी भैरवा, देव बुढा बिंगल व बजीर झाथी वीर ने राज माधो राव मंदिर में उपस्थिति दर्ज करवाई। वहां से सभी देवता देवलुओं के साथ अपने ठहरने के तय स्थानों को गए।इसके साथ ही छोटी काशी मंडी देव मयी हो गई है और देवी देवताओं के वाद्य यंत्रों की ध्वनि से गुंजायमान रहेगी। मंडी शहर में आठ दिनों में लाखों लोग देव दर्शन के गवाह बनेंगे। देवी देवताओं के रोमांचक मिलने के साक्षी होंगे व इस दौरान शहर एक तरह से देव ध्वनि पर थिरकता नजर आएगा।