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हमीरपुरः जौडे अंब स्कूल ने पेश की मिसाल, खाली दीवारें भी दे रही ग्रामर का ज्ञान

जसबीर कुमार, हमीरपुर |

अकसर सरकारी स्कूलों की दीवारें बदरंग होने के साथ खाली नजर आती हैं लेकिन जिला हमीरपुर के सीनियर सैकेंडरी जौडे अंब स्कूल ने दीवारों पर ग्रामर के ज्ञान के साथ मुश्किल शब्दों को भी अंकुरित किया है जिससे हर समय छात्रों को नजरों के सामने ज्ञानवधर्क जानकारियां मिलती रहती है। इस मुहिम को अंजाम देने के लिए जौडे अंब स्कूल के प्रिंसीपल, स्कूल प्रबंधन समिति के साथ प्राध्यापकों ने भी अपना सहयोग दिया है। इस कारण आज स्कूल ब्यूटीफिकेशन के मामले में निजी स्कूलों को टक्कर दे रहा है। स्कूल में अंकुरित दीवारों को ऐसे सजाया गया है जिसमें छोटे बच्चों से लेकर जमा दो तक के छात्रों के लिए हर वक्त किताबी ज्ञान उपलब्ध है और छात्र भी इस तरह स्कूल में बढिया माहौल पाकर खुश है।

बच्चों को स्कूल में बेहतर शिक्षा मुहैया करवाने के लिए  हमीरपुर जिला के सीनियर सैकेंडरी जौडे अंब स्कूल अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इसी के चलते हमीरपुर जिला के सीनियर सेकेंडरी स्कूल जौडे अंब में स्कूल परिसर की ब्यूटीफिकेशन इस कदर की है कि हर कोई देखकर दंग रह जाता है। यही नहीं स्कूल की हर दीवार केवल मात्र चार दीवार न बने इसके लिए भी सिलेबस से लेकर ग्रामर के मुख्य बिदुओं को अंकित किया गया है जिससे बच्चों को हर पल दीवारों में पढ़ने के लिए सामग्री उपलब्ध रहती है।

जौडे अंब स्कूल की सुदरतां को लेकर स्कूल प्रबंधन के मिले जुले प्रयासों से संभव हो सका है और अध्यापकों के द्वारा अपनी स्वेच्छिक सहभागिता के साथ काम करने के चलते वर्तमान में स्कूल की ब्यूटीफिकेशन देखते ही बनती है। स्कूल में पढने वाले छात्रों को भी बढिया वातावरण मिलने पर पढाई के लिए मन लगा पाते हैं। स्कूल के छात्रों का कहना है कि स्कूल में भवन बहुत बढिया है और सभी कमरों में कुछ न कुछ सीखने को मिलता है और बच्चों को इससे काफी मदद मिलती है। छात्रों का कहना है कि काफी स्कूलों में सुविधाएं नहीं होती है लेकिन स्कूल की हर दीवारों पर संदेश दिए गए हैं और बच्चों को कक्षा के अंदर और बाहर भी पढने के लिए प्रेरणा मिलती है।

स्कूल प्रिंसीपल देवेन्द्र सिंह का कहना है कि बच्चों का मोटिवेशन लेबल हर पल बढता रहे है और इसके चलते ही स्कूल प्रबंधन के प्रयासों से स्कूल की ब्यूटीफिकेशन की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्कूल के सभी प्राध्यापकों सहयोग से मिलने वाली सहयोग राशि से संभव हो पा रहा है। साथ ही स्कूल के सभी कमरों में बच्चों को हर दीवार पर ग्रामर के अलावा ज्ञान वधर्क चीजों को दर्शाया गया है जिससे छात्र भी काफी लाभानिवत होते है।

गौरतलब है कि विद्यार्थियों की संख्या भी हर साल जौंडे अंब स्कूल में बढती जा रही है और 301 छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। विज्ञान संकाय की संख्या बाकी स्कूलों से अधिक है। स्कूल प्रबंधन के प्रयासों से स्कूल के प्रांगण से लेकर पूरे परिसर को इस तरह से सजाया गया है जिससे स्कूल में वातावरण बच्चों को बहुत ही पंसद आता है तो हर कोई स्कूल को देखकर प्रशंसा करना नहीं भूलता है।