राजधानी शिमला में बारिश के साथ ही ऐतिहासिक रिज मैदान दोबारा दरकना शुरू हो गया है। नगर निगम प्रशासन की सुस्ती और सरकारी तंत्र की लापरवाही के चलते ऐतिहासिक रिज मैदान फिर खतरे में है। रिज मैदान के जिस हिस्से में अब दरारें आई हैं, वहां से रिज का हिस्सा भी झुकना शुरू हो गया है।
वहीं, लगातार हो रही बारिश का पानी इन दरारों से निकल रहा है, जिससे खतरा और ज्यादा बढ़ गया है। रिज मैदान के साथ लगते नगर निगम के संपदा कार्यालय के बाहर भी बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी हुई हैं। रिज के झुके हिस्से को गिरने से बचाने की दिशा में अभी तक कोई पुख्ता पहल नहीं लाई गई है। यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए तो निगम अधिकारियों की ये नजरअंदाजी बड़ी आपदा का निमंत्रण दे सकती है।
रिज मैदान को ढहने से बचाने के लिए अंडर ग्राउंड शॉपिंग कांप्लेक्स की योजना भी अभी तक फाइलों में दफन है। 2008 से रिज मैदान में आशियाना, गेयटी थियेटर और नगर निगम ऑफिस के सामने ही दरारें पड़ती आई हैं। कुछ वर्ष पहले सरकार ने रिटेनिंग वॉल लगाने की बात कही थी, लेकिन यह घोषणा महज कागजों तक ही सीमित है।