कुल्लू के बंजार घाटी के बाहू गांव में आगजनी की घटना पेश आई है जिसमें 3 रिहायशी मकान पूरी तरह से राख हो गए हैं। जबकि चार अन्य मकानों को भी क्षति पहुंची है। लेकिन दमकल विभाग के समय पर पहुंचने और गांव वासियों की सूझबूझ से पूरे गांव को जलने से बचा लिया गया है। अगर यह आगजनी घटना काबू में न पाई जाती तो पूरा गांव जलकर स्वाह हो जाता।
लीडिंग फायर मैंन कर्मचंद ने बताया कि दमकल विभाग ने समय पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से पूरे गांव को जलने से बचाया। उन्होंने बताया कि इस घटना में करोंड़ों के नुक्सान होने का अनुमान लगाया गया है और राजस्व विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इसके अनुमान लगाने में जुट गए हैं।
इस घटना में डाबे राम, देवा सिंह और रिंकू आदि के मकान जलकर राख हुए हैं जबकि अन्य 4 मकानों को भी क्षति पहुंची है। घटना देर रात को घटित हुई। गांव के लोगों के अनुसार शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी जिसने देखते ही देखते भयंकर रूप धारण कर लिया और पूरे भवन को अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना में करोड़ों की संपति का नुकसान हुआ है।