मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा ने प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी के कारण किसानों बागवानों के नुकसान को लेकर चिंता व्यक्त की है। बरागटा ने कहा कि बारिश , ओलावृष्टि और बर्फबारी के कारण किसानों और बागवानों को भारी नुकसान हुआ है। खासकर सेब और अन्य फल उत्पादकों की 5 हजार करोड़ की आर्थिकी की कमर टूट गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जीडीपी में सेब की फसल का बड़ा योगदान है और उसका प्रदेश के विकास में अहम योगदान रहता है। लेकिन जिस तरह से प्रकृति ने पिछले 3 दिनों से बागवानों पर कहर ढ़ाया है उससे ने केवल बागवानों की आर्थिकी नष्ट हुई है बल्कि प्रदेश के बागवानों और किसानों में मातम सा वातवरण छा गया है।
इसको लेकर नरेंद्र बरागटा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे इस आपात काल में प्रदेश के बागवानों और किसानों को आर्थिक सहायता मुहैया करवाने के साथ साथ अन्य उपाय भी करें ताकि बागवानों को राहत के रूप में तुरंत मरहम लगाया जा सके। इस संबंध में बरागटा ने मुख्य 8 बिंदुओं का सुझाव मुख्यमंत्री के समक्ष उनके हस्तक्षेप के लिए रखा है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि मुख्यमंत्री इसपर हस्तक्षेप करेंगे और बागवानों और किसानों के दुख में उनका हौंसला बढ़ाएंगे। नरेंद्र बरागटा ने कहा कि वे स्वस्थ होने के बाद व्यक्तिगत तौर पर सारी परिस्थितियों से मुख्यमंत्री को अवगत करवाएंगे।
इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी प्रदेश प्रभारी अविनाश खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन और प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप को व्हाटस्ऐप के माध्यम किसानों बागवानों को हुए नुकसान के बारे में अवगत करवाया है ताकि केंद्रीय सरकार से तालमेल कर बागवानों के हितों के लिए उचित कदम उठाया जा सके।