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राधा स्वामी परिसर परौर में एक हजार बिस्तरों का अस्थायी अस्पताल बनाने के प्रयास जारी: CM

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मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने धर्मशाला में जिला कांगड़ा में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राधास्वामी परिसर, परौर को हजार बिस्तरों तक की क्षमता वाले अस्थायी अस्पताल में परिवर्तित कर इसे क्रियाशील बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट्स, फेस मास्क, सैनिटाइजर और आवश्यक दवाइयां उपलब्ध हैं। इसके अलावा, प्रदेश में ऑक्सीजन भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। प्रदेश सरकार का प्रमुख उद्देश्य राज्य में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की क्षमता में वृद्धि करना है। गग्गल में 50 बिस्तरों वाले सिटी सेंटर मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल को मंगलवार से कोविड-19 रोगियों के लिए क्रियाशील बना दिया जाएगा।

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कोविड मामलों में तीव्र वृद्धि के दृष्टिगत सरकार ने राज्य के चार सीमावर्र्ती जिलों में रात्रि 10 बजे से प्रातः 5 बजे तक कोरोना कफ्र्यू लगाने का निर्णय लिया है। बाहर से प्रदेश में प्रवेश करने वाले लोगों से 72 घण्टे पहले किए गए आरटीपीसीआर परीक्षण की रिर्पोट साथ लाने और 14 दिनों की अवधि के लिए अपने निवास स्थान पर होम आइसोलेशन में रहने को कहा गया है। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों से बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की निगरानी करने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को भी मरीजों और होम आइसोलेशन में रह रहे उनके परिजनों को इस वायरस से बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक करना चाहिए। डाक्टरों को होम आइसोलेशन रोगियों के स्वास्थ्य मापदण्डों की नियमित निगरानी सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने लोगों से राज्य सरकार द्वारा विवाह समारोह और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए जारी की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया।

इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री ने डा. राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक महाविद्यालय पपरोला का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि इस आयुर्वेदिक महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन में कोविड-19 रोगियों के लिए अतिरिक्त 50 बिस्तरों की सुविधा सृजित की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस अस्पताल में बिस्तरों की क्षमता 100 तक बढ़ाई जाए।