डीसी कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति ने जानकारी देते हुए बताया कि राधा स्वामी सत्संग परौर में 250 बेड के कोविड मेकशिफ्ट अस्पताल का कार्य प्रगति पर है। 15 मई से कोविड रोगियों को इस अस्पताल में उपचार की सुविधा मिलना आरंभ हो जायेगी। उन्होंने कहा कि दिन रात इस मेकशिफ्ट अस्पताल का कार्य किया जा रहा है ताकि इस मेकशिफ्ट अस्पताल का कोविड के रोगियों के इलाज के लिए उपयोग किया जा सके। राधा स्वामी सत्संग परौर में मेकशिफ्ट अस्पताल के लिए काफी जगह है। यहां पर जरूरत पड़ने पर बेड की संख्या एक हजार तक भी पहुंचाई जा सकती है जो कि प्रदेश में सबसे बड़ा कोविड मेकशिफ्ट अस्पताल भी बन सकता है। गत वर्ष भी इसी जगह पर कोविड केयर सेंटर भी बनाया गया था।
उपायुक्त ने कहा कि कांगड़ा जिला में कोविड संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसी को मध्येनजर रखते हुए सरकार और प्रशासन द्वारा कोविड से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। राकेश प्रजापति ने कहा कि जिला में अभी 10 हजार से अधिक कोविड पॉजिटिव के मामले हैं। अभी तक मई माह में ही 138 कोविड संक्रमित नागरिकों की मौत भी हुई है।
राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में कोविड अस्पतालों में बेड क्षमता में बढ़ोतरी की जा रही है तथा जोनल अस्पताल धर्मशाला, मेडिकल कालेज टांडा, आयुर्वेदिक कालेज पपरोला सहित छह विभिन्न निजी अस्पतालों में कोविड संक्रमितों के उपचार के लिए सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला आक्सीजन का भी पर्याप्त भंडारण किया गया तथा अस्पतालों को जरूरत के हिसाब से आक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित की जा रही है इसके साथ ही कोविड संक्रमित रोगियों से भी नियमित तौर पर जिला मुख्यालय तथा उपमंडल मुख्यालय के कंट्रोल रूम के माध्यम से संपर्क किया जा रहा है इसके साथ ही 1077 टोल फ्री नंबर के माध्यम से कोविड संक्रमितों तथा उनके परिजनों को उचित परामर्श भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की महामारी से निपटने के लिए प्रशासन के साथ साथ आम जनमानस का सहयोग भी बहुत जरूरी है।