हिमाचल प्रदेश सरकार विधायकों की गाड़ियों में हरी झंडी लगाने के फ़ैसले पर घिरती नज़र आ रही है। ठियोग के सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा ने झंडी से किनारा कर लिया है। राकेश सिंघा ने कहा कि उन्होंने न तो अपने पास पीएसओ रखा है न ड्राइवर, वह अपनी गाड़ी में झंडी भी नहीं लगाएंगे।
माकपा विधायक ने कहा कि सरकार ने माननीयों के लिए झंडी लगाने का ग़लत वक़्त चुना है। अभी सरकार का पहला काम कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी से लड़ना होना चाहिए। एक तरफ़ कर्मचारियों के लिए पेंशन तक का प्रावधान नहीं, दूसरी तरफ इस तरह के फ़ैसले समझ से परे हैं। राकेश सिंघा ने वैक्सीनेशन पर भी सरकार को खूब घेरा।
फ़िलहाल राकेश सिंघा के अलावा किसी माननीय सदस्य का झंडी पर बयान नहीं आया है। जिसका साफ मतलब है कि सदस्यों की मांग पर ही सरकार ने कैबिनेट में विधायकों की गाड़ियों को झंडी देने का फ़ैसला लिया है। हालांकि विधानसभा में ये मसला जाएगा और मोटर व्हीकल एक्ट में संसोधन के बाद इसको मंजूरी मिलेगी।