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पालमपुर: पाइप लाइन बिछाने के लिए जल शक्ति विभाग ने बर्बाद कर दी किसानों की कूहल

मृत्युंजय पुरी |

दो विभागों की लड़ाई में सुलह विधानसभा क्षेत्र की पनापर पंचायत की सोना उगलती भूमि के बंजर होने का खतरा पैदा हो गया है। धान की पनीरी लगाने का सीजन है और किसानों की जीवनदायिनी कूहल का अस्तित्व ही समाप्त हो गया है। बर्बाद हुई कूहल को आबाद करने के लिए किसान कभी एक विभाग के पास तो कभी दूसरे विभाग के पास एड़ियां रगड़ रहे हैं लेकिन उनकी आवाज दो विभागों की लड़ाई में अनसुनी ही रही है । 

सुलह विधानसभा क्षेत्र की पंचायत पनापर को इस की उपजाऊ क्षमता के चलते अन्न के गोदाम के नाम से भी जाना जाता है। इन दिनों किसान आमतौर पर धान की रोपाई का काम जोर शोर से करते हैं लेकिन इस साल कूहलों के नष्ट होने से  पानी की कमी के चलते किसान धान की पनीरी लगाने से वंचित हो गए हैं। पंचायत की करीब 1000 करनाल जमीन जो अव्वल नहरी है, पानी लाने वाली कूहल का वजूद खत्म हो गया है। 

बता दें कि परौर पुडबा संपर्क सड़क के दोनों ओर से किसानों के खेतों की सिंचाई के लिए पानी जाता था। बीते दिनों जल शक्ति विभाग ने सड़क के दोनों छोर पर पाइप लाइन बिछाने और पुरानी पाइप लाइन उखाड़ने के लिए जो खुदाई की उसके चलते दोनों ओर की कूहल पूरी तरह समाप्त हो गई। जब यह काम शुरू था तब किसानों ने काम करने वाले लोगों को कूहल का बचाव करने के लिए कहा था लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई।

पंचायत प्रधान सहित गांव के लोगों ने लोक निर्माण विभाग व जल शक्ति विभाग के धीरा स्थित कार्यालयों में संपर्क कर कूहलों को बहाल करने के लिए अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन उनकी मांग नहीं सुनी गई। किसानों ने कहा कि अगर 4 दिन के अंदर उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे पनापर में धरना देकर वाहनों की आवाजाही रोक देंगे।

किसानों का कहना है कि उनकी फसल की बिजाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है और जैसे तैसे फसल के लिए पानी इकट्ठा करके फसल की बिनाई की जा रही है। किसानों ने कहा है कि अगर हमारी समस्या को हल नहीं किया गया तो विभाग तैयार रहे हम चक्का जाम करने के साथ साथ धरना प्रदर्शन भी करेंगे।