जलशक्ति विभाग फतेहपुर ने लॉक डाउन से लेकर अब तक करीब तीन दर्जन ऑफलाईन टैंडर आकाओं को खुश करने के लिए चेहतों को बांट डाले हैं। लॉकडाऊन में विभाग ऑफलाईन टैंडर एप्लिकेशन मांगता रहा , जिसकी जानकारी छिपा कर रखी जाती रही । अगर कुछ ठेकेदारों को टैंडर निकलने का पता भी चल जाए और वो कार्यालय में ऑफलाईन टैंडर फार्म के लिए आवेदन भी कर दें मगर उसे टैंडर फार्म नहीं दिया गया।
जो तिथि टैंडर फार्म की तय की गयी होती है उस दिन आवेदन कर्ता को टैंडर फार्म की बजाए यह पता चलता है कि यह काम तो किसी चेहते को दे दिया गया है। इस तरह आपसी मिली भक्ति से मनचाहे रेट डाल कर सरकार के खजाने को फतेहपुर मे लुटा जा रहा है । अगर कोई आवेदन कर्ता ठेकेदार मुंह खोलता है तो उसे देखलेने की धमकी देकर चूप करवा दिया जाता है । पिछले कल जलशक्ति विभाग फतेहपुर ने दस ऑफलाईन टैंडर और पांच दिन पूर्व 18 ऑफलाईन टैंडरो के लिए एप्लिकेशन मांगी थी। मगर जल शक्ति विभाग ने अपने आकाओं को खुश करने के लिए आवेदनकर्ताओं को टैंडर फार्म न देकर सीधा चेहतों को मनचाहा रेट भरने के लिए टैंडर दे दिए । जो की नियमो के विपरीत के साथ साथ सरकारी पैसे पर डाका है ।
वहीं, अधीषाशी अभियन्ता फतेहपुर सुशील कटोच का कहना है कि वो किसी काम से बाहर है और आवेदन कर्ताओं को टैंडर फार्म दिए जा रहे हैं।