कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने HPU के कुलपति सिकंदर कुमार पर छात्रों के साथ भेदभाव करने के आरोप लगाए हैं। राठौर ने कहा कि कुलपति छात्रों के साथ भेदभाव कर विश्वविद्याल के माहौल को तनावपूर्ण बना रहे हैं। उन्होंने एनएसयूआई के तीन छात्र नेताओं को विश्वविद्यालय में प्रवेश पर रोक के फरमान की आलोचना करते हुए इन छात्रों की तुंरत बहाली करने को कहा है।
राठौर ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति अपनी मनमानी कर रहें है। वे ऐसा करके प्रदेश विश्वविद्यालय की स्वायत्तता का हनन कर अपनी मर्यादाओं को भी लांघ रहें हैं जो बहुत ही चिंता का विषय है। कुलपति अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए एक तानाशाही के तौर पर नियमों के विपरीत फैसले ले रहे हैं। राठौर ने कहा है कैग की रिपोर्ट में विश्वविद्यालय के काले कारनामे, भ्रष्टाचार उजागर हो चुके हैं। अपने इन कारनामों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए कुलपति कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेताओं और उसके अग्रणी छात्र संगठन के किसी भी विरोध और आंदोलन को दबाने के लिए एक सोची समझी राजनीति के तहत सरकार के इशारे पर काम कर रहें है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि इससे पूर्व भी समय समय पर छात्र आंदोलन चलते रहे हैं। विश्वविद्यालय हो या महाविद्यालय कभी भी इस प्रकार से छात्रों के साथ न तो कभी भेदभाव किया है और न ही कभी किसी छात्र नेताओं का प्रांगण में आना प्रतिबंधित। उन्होंने इस प्रतिबंध को तुरंत रद्द करने की मांग करते हुए कुलपति को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो कांग्रेस को मजबूरन किसी भी आंदोलन के लिए मैदान में उतरना पड़ेगा और अगर कोई इसके चलते तनाव पैदा होता है तो इसकी पूरी जिम्मेवारी विश्वविद्यालय के साथ साथ प्रदेश सरकार की भी होगी।