भारी बारिश के कारण बल्ह उपमंडल के तहत आने वाले कोठीगैहरी गांव की एक पहाड़ी दरकने लग गई है जिस कारण एक दर्जन घरों पर खतरा मंडरा गया है। पहाड़ी दरकने के कारण गांव की विद्या देवी, तारा चंद, संजू, बल्लू राम, बिट्टू राम, धर्मी देवी और पंकज कुमार के घर इसकी जद्द में आ गए हैं। अभी विद्या देवी का रसोईघर और शौचालय जबकि संजू की गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई है।
विद्या देवी अब घर के बरामदे में रसोईघर चला रही है। विद्या देवी ने बताया कि शुक्रवार की रात को जब जोरदार बारिश हो रही थी तो उसकी रसोई की जमीन पर दरारें आने लग गई। देखते ही देखते दरारें बढ़ गई। लोगों ने रात जागकर बीताई और अगली सुबह देखा तो जमीन एक फीट से भी अधिक धंस गई थी। अभी भी यह परिवार खतरे के साए में रहने को मजबूर है।
वहीं संजू की गौशाला भी इसकी जद में आ गई है। मजबूरन पशुओं को दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ा है। इसके साथ ही यहां का एक पुश्तैनी गुरूद्वारा भी बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। प्रभावित संजू और चेतराम ने बताया कि अगर यह जमीन पूरी तरह से धंस जाती है तो करीब एक दर्जन घर इसकी चपेट में आ जाएंगे जिनका शायद नामों निशां भी न बचे। इन्होंने प्रशासन और सरकार से प्रभावितों को उचित मुआवजा अदा करने और पुश्तैनी गुरूद्वारे को भी उचित मुआवजा अदा करने की गुहार लगाई है।
वहीं, जब इस बारे में डीसी मंडी अरिंदम चौधरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पिछले कल पटवारी और स्थानीय प्रधान ने मौके पर जाकर सारी जानकारी हासिल कर ली है। लोगों को घर खाली करने के लिए कह दिया गया है और उनके रहने की वैकल्पिक व्यवस्था भी कर दी गई है। जहां खाई बनी है वहां पर तिरपाल बिछाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि बारिश के पानी से होने वाले नुकसान को रोका जा सके।