शिक्षक दिवस पर हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 18 शिक्षकों को आज राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राज्य अतिथिगृह पीटरहॉफ शिमला में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शिक्षकों को सम्मानित किया। चयनित शिक्षकों को एक साल का सेवा विस्तार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। 14 शिक्षकों का चयन प्रदेश भर से प्राप्त 51 आवेदनों के आधार पर हुआ है। तीन शिक्षकों का चयन राज्य कमेटी ने किया है। जबकि सोलन के शिक्षक कमल किशोर शर्मा को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उनको भी आज राज्य स्तरीय पुरस्कार दिया गया।
समारोह में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्केलर ने कहा कि समाज के निर्माण में शिक्षकों का अहम रोल है। शिक्षक ही राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका अदा कर सकता है। जो मां बाप अपने बच्चे के बारें में किसी पर भरोसा नहीं करते वह शिक्षक पर भरोसा कर अपने बच्चे को स्कूल छोड़ देते हैं। शिक्षक की उनके भरोसे पर खरा उतरने का दायित्व है। कोरोना काल में शिक्षकों ने बच्चों को पढ़ाने में जो काम किया। उसी परिणामस्वरूप उनको सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने नई शिक्षा नीति को लेकर शिक्षकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
वहीं, सम्मान पाने वाले शिक्षकों का कहना है कि कोरोना काल में जब बच्चों को पढ़ाना एक बहुत बड़ी चुनौती थी। उस वक़्त उन्होंने घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया। इसी तरह ऑनलाइन पढ़ाई के लिए भी प्रोत्साहित किया। जिन बच्चों के पास मोबाइल नहीं थे या दूसरी समस्याएं थी। उनको पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। यहां तक कि गरीब बच्चों को पैसे एकत्रित कर मोबाइल खरीद कर दिए।