बंजार की ग्राम पंचायत शिली के भूंजट और कंढारी गांव में आजादी के 70 साल बाद भी आज तक बिजली से महरूम हैं। जिसके चलते अन्य राज्यों को रोशन करने वाले हिमाचल के अपने ही लोग अंधेरे में जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
बता दें कि भूंजट और कंढारी गांव में करीब 20 परिवार रहते हैं। गांव में बिजली न होने के कारण ये लोग मिट्टी के दीये जलाकर अपना जीवनयापन कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक तो गांव में आज तक बिजली नहीं पहुंची है, दूसरी ओर डिपुओं से मिलने वाले मिट्टी के तेल की मात्रा भी कम कर दी गई है, जिसके चलते आमजन की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि वे कई बार बिजली विभाग और पिछली सरकारों से गांव तक बिजली पहुंचाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन आज तक उन्हें शासन प्रशासन की ओर से कोरा आश्वासन ही मिला है। उन्होंने बिजली विभाग और बंजार से नवनिर्वाचित विधायक सुरेंद्र शौरी के समक्ष एक बार फिर अपनी समस्या रखी है। उन्हें उम्मीद है कि इस बार उनके गांव तक बिजली जरूर पहुंच जाएगी।
वहीं, मामले को लेकर बंजार विद्युत विभाग के सहायक अभियंता अनिल कुमार शर्मा का कहना है कि भूंजट व कंढारी गांव के लिए बिजली पहुंचाने के लिए सर्वे किया गया और एस्टीमेट बनाकर सरकार को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि बजट का प्रावधान होते ही दोनों गांवों में बिजली आपूर्ति पहुंचा दी जाएगी।