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मंडी जयराम की नहीं, अगर होती तो यहां का समग्र विकास करते: कौल सिंह

बीरबल शर्मा |

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री मंडी हमारी है और हमारी रहेगी का नारा देकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंडी जयराम की नहीं है, मंडी के लोगों और यहां के मतदाताओं की है। अगर जयराम की होती तो वे यहां के विकास के बारे में सोचते और इस दिशा में कुछ प्रयास भी करते। उन्होंने कहा कि यहां पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के शासन में कांग्रेस ने थोक में विकास कार्य करवाए हैं। जबकि भाजपा के चार साल के शासनकाल में मंडी के दो विधानसभा क्षेत्रों को छोड़ कर कहीं पर भी विकास नहीं हुआ है।

कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि वीरवार आठ अक्तूबर को पूर्व सांसद प्रतिभा वीरभद्र सिंह मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस की उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दायर करेगी। इस बार कांग्रेस ने सर्वे करने के बाद जीतने की क्षमता और अच्छी छवि वाले उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर उपचुनाव लड़ेगी और चारों सीटों पर जीत दर्ज करेगी।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर छह माह पूर्व से ही उनचुनाव क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं । जहां उपचुनाव होने थे और वहां पर एसडीएम कार्यालय, तहसील और अन्य घोषणाएं करते रहे। मगर इनकी अधिसूचनाएं आज तक जारी नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री प्रदेश के लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ने उन्हीं विकास कार्यों के उदघाटन और शिलान्यास किए है, जिनका कार्य कांग्रेस की सरकार के दौरान हुआ था या जिनकी डीपीआर कांग्रेस के कार्यकाल के दौश्रान बनी थी।

विधानसभा उपाध्यक्ष के बयान पर जताई आपत्ति

कौल सिंह ठाकुर ने विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के उस बयान पर आपति दर्ज की है जिसमें उन्होंने कहा कि कांग्रेस लाशों पर राजनीति कर रही है। उन्होंने मांग की है कि हंसराज के खिलाफ भाजपा हाई कमान कार्रवाई करे। कौल सिंह ने कहा कि भाजपा ने पुलवामा और बालाकोट के नाम पर राजनीति की है। आज किसान और बागवान प्रदेश सरकार से नारज हैं। सेब के दाम भी बागवानों को कम मिले हैं। जबकि अदानी कम दाम पर सेब की खरीद कर महंगे दामों बेच रहा है। जबकि प्रदेश सरकार अदानी का पक्ष ले रही है।

उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी के बावजूद प्रदेश में बाहरी राज्यों के युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा रही हैं। स्कूलों में अध्यापकों, प्रधानाचार्यों के पद रिक्त चल रहे हैं। उसी प्रकार अस्पतालों में चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। कौल सिंह ने आरोप लगाया कि जयराम सरकार भ्रष्टाचार से समझौता कर रही है। सैनिटाइजर, मास्क ओर वैंटीलेटर की खरीद में घोटाला हुआ है। जिसके चलते स्वास्थ्य मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा।