जनजातीय क्षेत्र लाहौल घाटी में मौसम खुलते ही हिमखंड गिरने लगे हैं। राशेल-लिंगर गांव के बीच सोमवार को वामतट की पहाड़ी से लगभग एक किलोमीटर के दायरे में विशालकाय हिमस्खलन हुआ है। हिमस्खलन से बवंडर लगभग 10 मिनट तक हवा में उठता रहा, जिसे आसपास बसे गांव के लोगों ने कैमरे में भी कैद किया। इस क्षेत्र में पहाड़ी वीरान होने के चलते किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।
जिला प्रशासन ने घाटी के लोगों से आग्रह किया है कि बर्फबारी के तुरंत बाद मौसम खुलते ही फिलहाल दूरदराज के क्षेत्रों की ओर रुख न करें। ताजा बर्फबारी से हिमस्खलन के खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। लाहौल घाटी में सोमवार को मौसम खुल गया है, लेकिन लोगों की दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं। ताजा बर्फबारी के बाद मौसम खुलने से हिमस्खलन होना शुरू हो गया है।
हालांकि, आपदा प्रबंधन ने पहले ही लाहौल में हिमस्खलन के खतरों से लोगों को सचेत किया है। इसी के मद्देनजर सीमा सड़क संगठन ने भी सड़क बहाली का कार्य सोमवार को रोके रखा। राशेल गांव के इंद्रजीत भानू ने कहा कि राशेल-लिंगर गांव के बीच सोमवार को करीब 12:30 बजे हिमखंड गिरा, जिससे बवंडर लगभग 10 मिनट तक मंडराता रहा। उपायुक्त लाहौल-स्पीति नीरज कुमार ने घाटी के लोगों से अपील की है कि स्थिति सामान्य होने तक आवाजाही न करें।