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पूर्व बीजेपी विधायक ने किराया नहीं दिया तो कंडक्टर ने बस से उतारा

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परिवहन निगम की बसों में पूर्व विधायकों के लिए निशुल्क सफर की सुविधा होने के बावजूद सरकार के बनाए पहचान पत्र परिचालकों के लिए कोई मायने नहीं रखते हैं। जी हां, आज हालत ऐसी है कि किसी पूर्व विधायक के पहचान पत्र दिखाने के बाद भी कंडक्टर ना केवल इसे मान रहे हैं, बल्कि किराया ना देने पर बस से उतरने के लिए भी कह रहे हैं।

ऐसा ही वाक्या नगरोटा बगवां के पूर्व बीजेपी विधायक चौधरी रामचंद भाटिया के साथ एक बार नहीं, बल्कि तीन बार हो चुका है। दैनिक अखबार के मुताबिक, भाटिया ने परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर और परिवहन निगम के एमडी को पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।

बसों में है निशुल्क यात्रा सुविधा

परिवहन निगम के धर्मशाला क्षेत्र के डीएम आरके जरियाल ने बताया कि निगम की बसों में पूर्व विधायकों को निशुल्क सफर की सुविधा है। इस बारे में परिचालकों को गाइडलाइंस जारी की गई हैं। हो सकता है कि कुछ नए परिचालकों को इस बारे जानकारी न हो। यदि ऐसा हुआ है तो वह पुन: परिचालकों को इस बारे में गाइडलाइन जारी करेंगे। लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है।

सचिव विधानसभा ने जारी किया था पास

नगरोटा बगवां के पूर्व बीजेपी विधायक एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य चौधरी राम चंद भाटिया ने बताया कि वे 1977 से परिवहन निगम की बसों में साधारण नागरिक के रूप में सफर करते आए हैं। मई 1982 से 15 दिसंबर, 1992 तक विधायक के रूप में भी निगम की बसों में सफर किया। 16 दिसंबर, 1992 से अब तक 25 वर्षों से एचआरटीसी बस में ही सफर कर रहे हैं। इसके लिए सचिव विधानसभा ने बस पास जारी किया है, जिसकी अधिसूचना प्रदेश के राज्यपाल ने जारी की थी।