हिमाचल की कैथू जेल में बंद कैदी के वाहन को वापिस न करने के आरोप से घिरे पुलिस कांस्टेबल की दिक्कतें बढ़ गई हैं। CID ने मामले में चार्जशीट को अंतिम रूप देते हुए कांस्टेबल को भी नामजद किया है। CID एक हफ्ते के अंदर कोर्ट में चालान पेश करेगी।
बीते करीब 2 वर्षों से उक्त मामले की जांच चल रही है। सी.आई.डी. को जांच के दौरान कई तथ्य सामने आए हैं जिसके आधार पर पुलिस जवान को चार्जशीट में नामजद किया गया है। मामले की जांच के तहत सी.आई.डी. कैदी के वाहन को जिला बिलासपुर से पहले ही बरामद कर चुकी है।
पुलिस जवान का किया था तबादला
कैथू जेल में बंद संबंधित विचाराधीन कैदी की पत्नी ने बीते वर्ष एक पुलिस जवान पर उसके पति के वाहन को जबरन अपने पास रखने का आरोप लगाया था। इसको लेकर महिला द्वारा सी.आई.डी. में शिकायत दर्ज करवाई थी। संबंधित जवान उस समय कैथू पुलिस लाइन में तैनात था। सूचना के अनुसार मामला सामने आने के बाद पुलिस जवान का तबादला भी कर दिया गया था।
भराड़ी स्थित सी.आई.डी. थाने के एस.एच.ओ. वीरेंद्र चौहान ने माना है कि उक्त मामले में कुछ दिनों के भीतर अदालत में चालान पेश कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान कई तथ्य सामने आए हैं, जिसके बाद चालान को अंतिम रूप दिया गया है।
क्या है मामला
कैदी की पत्नी ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसका पति एन.डी.पी.एस. एक्ट से जुड़े एक मामले में कैथू जेल में विचाराधीन है। इसी कड़ी में अक्तूबर, 2016 में कैथू पुलिस का एक जवान उसके पति को पेशी के लिए रोहड़ू ले गया था। रोहड़ू में पेशी होने के बाद जब पुलिस का जवान उसके पति को वापस कैथू जेल लाया तो इसके कुछ समय बाद उसने कुछ घंटों के लिए उसके पति से वाहन की चाबी मांगी, ऐसे में कैदी ने भी उसे वाहन की चाबी दे दी, उस समय कैदी का वाहन कैथू में ही पार्क था। इसके बाद संबंधित जवान वाहन को वापस करने में आनाकानी करने लगा। कैदी की पत्नी ने 17 फरवरी, 2017 को जब पुलिस के जवान से गाड़ी देने का आग्रह किया तो पुलिस के जवान ने गाड़ी देने से साफ मना कर दिया, ऐसे में महिला ने संबंधित जवान के खिलाफ सी.आई.डी. के भराड़ी थाने में मामला दर्ज करवाया।