विधानसभा सदन उस वक़्त तप गया जब विपक्ष की तरफ से कांगड़ा के कांग्रेसी विधायक पवन काजल ने कांगड़ा के साथ भेदभाव का आरोप लगाया। विधायक ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश सरकार कांगड़ा के साथ अनदेखी कर रही है । विधायक के इस आरोप पर महेन्द्र सिंह ने ऐतराज जताया उसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया।
काजल द्वारा उठाई बातों का खंडन करते हुए जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत ज़रूरत के मुताबिक़ सभी क्षेत्रों में जल उपलब्ध करवाने की योजनाएं चला रहे हैं। कांगड़ा में सबसे ज़्यादा योजनाएं चल रही हैं। इसलिए ये कहना गलत है कि कांगड़ा के साथ भेदभाव किया जा रहा है। इस पर विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने जल जीवन मिशन पर स्वेत पत्र जारी करने की मांग उठाया।
वहीं, गौ सेवा आयोग के सवाल पर पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि एक साथ 32000 बेसहारा को गौशालाओं में ले आए ये संभव नही है। 20 हज़ार गौवंश को गौशालाओं में लाया गया है। मंत्रियों के जवाब पर विपक्ष तप गया और दोनों तरफ से सदन में नोंक-झोंक होने लगी। इसी बीच दोनों तरफ़ से तू तू मैं मैं शुरू हो गई और विपक्ष नारेबाज़ी करते हुआ सदन से वॉकआउट कर गया।