हिमाचल की जयराम सरकार ने एचआरटीसी में कंडक्टरों की भर्ती पर बड़ा फैसला लेने जा रही है। निगम में अब कैंडक्टरों की भर्ती नए सिरे से होगी। इसके लिए परिवहन मंत्री ने इस मामले में अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। पिछली सरकार में की गई कंडक्टरों की भर्ती को निरस्त करने का मामला कैबिनेट की बैठक में लाया जाएगा।
सरकार का मानना है कि पूर्व की वीरभद्र सरकार में एचआरटीसी कंडक्टरों की लिखित परीक्षा में धांधली हुई है। शनिवार को परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने एचआरटीसी के अधिकारियं से इस मसले पर चर्चा की। माना जा रहा है कि सरकार एचआरटीसी में 1300 से अधिक पद भरने की योजना बना रही है।
पिछली बार 1300 पदों पर हुई थी लिखित परीक्षा
कंडक्टर भर्ती के लिए सितंबर 2017 में 1300 पदों के लिए लिखित परीक्षा हुई थी। इसमें तकरीबन 40 हजार युवाओं ने आवेदन किया था। जिसमें 3800 युवाओं को लिखित परीक्षा में पास घोषित किया गया। निगम ने इनके परिणाम भी तैयार कर लिए थे। लेकिन, नतीजा घोषित होने से पहले ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई। हालांकि, परिवहन निगम ने चुनाव आयोग से रिजल्ट जारी करने की अनुमति भी मांगी, लेकिन मंजूरी नहीं मिली।
अब इस मामले को कैबिनेट की बैठक में पूरी तरह निरस्त करने की योजना है। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का कहना है कि सरकार किसी भीतरह के विवाद में फंसना नहीं चाहती है। लिहाजा, सही निर्णय हो इसके लिए अधिकारियों को कैबिनेट की बैठक में मामला लाने के निर्देश दिए हैं।